उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मुताबिक प्रदेश की शिक्षा प्रणाली में बदलाव की जरूरत है। योगी के मुताबिक राज्य में इसे पूरी तरह से बदलने की जरूरत है।
एक इंटरव्यू के दौरान योगी आदित्यनाथ ने राज्य के गिरते शिक्षा स्तर पर चिंता जताई। योगी ने कहा कि शिक्षा के स्तर को उठाने के लिए हमने कई कदम उठाये हैं। हमने ट्रांसफर और पोस्टिंग में पारदर्शिता दिखाई है। सरकार द्वारा जुलाई में चलए गए ‘स्कूल चलो’ अभियान के अंतर्गत करीबन 1.53 करोड़ बच्चे स्कूल जा रहे हैं। यह सरकार के लक्ष्य 1.36 करोड़ से कहीं ज्यादा है।
योगी ने बताया, हमने सरकारी अधिकारीयों से अपील की है, कि वे अपने छेत्र में कम से कम एक सरकारी स्कूल चलाएं और इसके विकास में सहयोग दें। इस पहले के जरिये हमने करीबन 1000 स्कूलों की कायापलट कर दी है।
इसके आलावा योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश की स्कूलों के सिलेबस को भी बदलने की योजना बनायीं है। योगी ने कहा कि अगले साल से प्रदेश की स्कूलों का सिलेबस बदला जाएगा। हमने इस छेत्र में काम करना शुरू कर दिया है। सिलेबस को बदलन के पीछे हमारा मक़सद प्रदेश के बच्चों को राष्ट्रिय स्तर के लिए तैयार करना है।
प्रदेश में शिक्षकों की कमी पर योगी ने कहा कि हमारे पास करीबन 10000 अतिरिक्त शिक्षक हैं। इन शिक्षकों की मदद से हम कॉलेजों में खाली पोस्ट की भरपाई करेंगे।
योगी ने आगे कहा कि प्रदेश की शिक्षा प्रणाली में किसी तरह की राजनीति नहीं होगी। योगी के मुताबिक जो लोग शिक्षा के नाम पर व्यापार करते थे, उन्हें हटाया जाएगा। किसी भी तरह के बिचौले व्यक्ति की जरूरत नहीं होगी। शिक्षा में से भ्रष्टाचार को पूरी तरह से हटाने की कोशिश की जा रही है।