अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को अपने कार्यकाल का दूसरा वीटो का इस्तेमाल कर यमन में अमेरिकी सहयोग को खत्म करने के कांग्रेस के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है।
स्पुटनिक के मुताबिक डोनाल्ड ट्रम्प ने सीनेट को पत्र लिखकर कहा कि “मैं इस प्रस्ताव को बगैर मंज़ूरी के वापस भेज रहा हूँ। इस संयुक्त प्रस्ताव के में राष्ट्रपति को यमन से अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाने के निर्देश दिए गए थे।”
उन्होंने कहा कि “कांग्रेस का प्रस्ताव मेरे संवैधानिका आधिकारो को कमजोर करने के लिए खतरनाक कोशिश है। यह प्रस्ताव गैर जरूरतमंद है और मेरे संवैधानिक अधिकारों को कुचलने का एक भयावह प्रयास है। यह मसौदा अमेरिकी नागरिकों की जिंदगियों और बहादुर सैनिको दोनो के आज व भविष्य को खतरे में डाल रहा है।”
अपने कार्यकाल के दौरान दूसरी दफा डोनाल्ड ट्रम्प वीटो का इस्तेमाल कर कांग्रेस के प्रस्ताव को खारिज कर रहे हैं। हाल ही में अमेरिका-मेक्सिको बॉर्डर पर डोनाल्ड ट्रम्प ने आपातकाल का ऐलान किया था और इस ऐलान को खारिज करने के लिए कांग्रेस में एक प्रस्ताव पारित किया गया था लेकिन राष्ट्रपति ने इसे गैर जरुरी बताते हुए वीटो पॉवर का इस्तेमाल कर खारिज कर दिया था।
मार्च 2015 से यमन के गृह युद्ध में सऊदी अरब के गठबंधन का भाग अमेरिका भी है। यमन की जंग में 7000 से अधिक लोगों की जाने गयी हैं और दो करोड़ से अधिक लोगो को मानवीय सहायता की अत्यधिक जरुरत है।