शुक्रवार को बीजीपी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने बयान दिया की यदि सरकार आगामी चुनावों को जीतती है और फिर से चुनी जाती है तो सबसे पहले उसे भारत में से आयकर को ख़त्म करना चाहिए। उनके अनुसार यदि सरकार को अगले कार्यकाल के लिए चुना जाता है तो उसे सबसे पहले देश में से आयकर को ख़त्म करना चाहिए।
सुब्रमण्यम स्वामी का बयान :
सरकार से आयकर हटाने वाले कथन पर सुब्रमण्यम स्वामी ने यह बयान दिया की आयकर का असली लक्षय पूरा नहीं हो पा रहा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि गरीब लोग कृषि करते हैं जिसके कारण उनकी आयकर देने जितनी आय नहीं बन पाती है, इसके अलावा अमीर लोगों को आय होती है लेकिन वो चार्टर्ड अकाउंटेंट की वजह से चोरी करते हैं जिससे वह टैक्स से बच जाते हैं और बचे मध्य वर्ग के लोग जिन्हे आयकर का पूरा बोझ उठाना पड़ता है।
अतः आयकर का मुख्य शिकार अमीर लोग नहीं बल्कि मध्यमवर्गीय लोग बन रहे हैं। जैसा की हम सोचते है की आयकर अमीरों को अक्षय करता है यह बिलकुल गलत है क्योंकि इससे सबसे ज़्यादा घाटा मध्यवर्गीय किसानों को हो रहा है।
आयकर उन्मूलन के होंगे ये लाभ :
सुब्रमण्यम स्वामी से जब उनके द्वारा सुझाये गए इस कदम के लाभ के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बयान दिया”यदि हम भारत को क्रय शक्ति समता के दृष्टिकोण से देखें तो यह विश्व में चीन और सयुंक्त राज्यों के बाद तीसरी संख्या पर यह और ऐसा तब है जब हमारी वृद्धि दर केवल 7 प्रतिशत है। यदि हमें अपनी स्थिति में और सुधार करना है तो वृद्धि दर को बढ़ाना होगा जिससे हमारी वर्तमान स्थिति में सुधार आएगा। ”
यदि हमें वृद्धि दर में सुधार और अर्थव्यवस्था में भी सुधार करना है तो यह केवल आयकर हटाने से संभव नहीं हो पायेगा। सरकार को इसके लिए नयी योजनाएं लगानी होंगी और नए उपाय ढूंढने होंगे।