भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को महत्वपूर्ण 2019 विश्व कप से पहले एक बड़ा झटका लगा है। क्रिकेटर के खिलाफ आईपीसी 498 ए (दहेज उत्पीड़न) और 354 ए (यौन उत्पीड़न) के तहत आरोप पत्र दायर किया गया है। ऐसे में उनका विश्व कप अभियान खतरे में पड़ सकता है क्योंकि मामले की अगली सुनवाई 22 जून को रखी गई है। कोलकाता पुलिस ने उनकी पत्नी हसीन जहां की शिकायत पर आरोप पत्र प्रस्तुत किया है।
शमी अपनी पत्नी जहान के साथ लंबे समय से कानूनी मुद्दे में पड़े हुए हैं, जिन्होने उन पर पिछले साल एकस्ट्रा मैरिटल अफेयर और मैच फिक्सिंग का आरोप लगाया था। जहान ने अन्य महिलाओ के साथ शमी की बातचीत को लेकर सोशल मीडिया पर स्क्रीनशॉट साझा किये थे। तेज गेंदबाज पर आरोप के बाद से, बीसीसीआई द्वारा उनका अनुबंध छीन लिया गाय था, हालांकि, बोर्ड द्वारा आंतरिक जांच में उन्हें क्लीन चिट दिए जाने के बाद उनके अनुबंध का नवीनीकरण किया गया था।
जहान ने शमी पर अत्याचार, शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए, लाल बाज़ार में कोलकाता पुलिस मुख्यालय में शिकायत दर्ज कराते हुए, पिछले साल मार्च में तेज गेंदबाज के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी। उन्होंने शमी के परिवार पर घरेलू हिंसा का भी आरोप लगाया। हालांकि, तेज गेंदबाज ने इस तरह के सभी आरोपों को निराधार करार दिया।
आरोपपत्र को अलीपुर पुलिस अदालत के समक्ष कोलकाता पुलिस द्वारा दायर किया गया है। शमी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुई एकदिवसीय श्रृंखला में टीम का हिस्सा थे, जहां उन्होंने चार मैच खेले, जिसमें भारत ने पांच मैचों की श्रृंखला 3-2 से गंवाई। वह इस साल ठीक-ठाक फॉर्म में हैं और ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ शानदार प्रदर्शन के साथ सीमित ओवरों के क्रिकेट में मजबूत वापसी की है।
22 जून को उनके केस की अगली सुनवाई है, इससे शमी के विश्वकप के टीम में जगह को लेकर संदेह हो सकता है कि क्योंकि विश्वकप 30 मई से 14 जुलाई तक चलेगा। शमी हाल में खत्म हुआ न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में सबसे ज्यादा 9 विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। और उन्होने भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ 4-1 से सीरीज में जीत दर्ज करवाने पर अहम भूमिका निभाई थी।