प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को मदन मोहन मालवीय की जयंती पर उनके योगदान को याद किया।
उन्होंने कहा कि मालवीय एक स्वतंत्रता सेनानी और शिक्षा सुधारक थे।
मोदी ने ट्वीट कर 1861 में जन्मे मालवीय को श्रद्धांजलि दी।
भारत माता की सेवा में अपना जीवन समर्पित करने वाले महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अमूल्य योगदान देने के साथ आजादी के आंदोलन में भी अहम भूमिका निभाई। उनकी विद्वता और आदर्श देशवासियों को सदा प्रेरित करते रहेंगे।
— Narendra Modi (@narendramodi) December 25, 2019
उन्होंने कहा, “भारत माता की सेवा में अपना जीवन समर्पित करने वाले महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अमूल्य योगदान देने के साथ आजादी के आंदोलन में भी अहम भूमिका निभाई। उनकी विद्वता और आदर्श देशवासियों को सदा प्रेरित करते रहेंगे।”
वहीं, शाह ने ट्वीट कर कहा, मालवीय जी के जीवन का मूल लक्ष्य राष्ट्रीय स्वतंत्रता व प्रगति था। वह अपने महान कार्यों के लिए पूरे देश में ‘महामना’ के नाम से प्रख्यात हुए। देश के युवाओं की शिक्षा व उज्जवल भविष्य के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन अर्पित करने वाले मां भारती के ऐसे महान सपूत की जयंती पर उनको शत-शत नमन।
मालवीय जी के जीवन का मूल लक्ष्य ‘राष्ट्रीय स्वतंत्रता व प्रगति’ था। वह अपने महान कार्यों के लिए पूरे देश में 'महामना' के नाम से प्रख्यात हुए। देश के युवाओं की शिक्षा व उज्जवल भविष्य के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन अर्पित करने वाले माँ भारती के ऐसे महान सपूत की जयंती पर उनको शत-शत नमन।
— Amit Shah (@AmitShah) December 25, 2019
शाह ने आगे कहा, “मालवीय जी का न सिर्फ देश की स्वतंत्रता में अद्वितीय योगदान रहा बल्कि उन्होंने देश में शिक्षा के लिए भी भागीरथ प्रयास किये। उन्होंने युवाओं की अच्छी शिक्षा के लिए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना करने के साथ-साथ पत्रकारिता व समाज सुधार में भी महत्ती योगदान दिया।”