विषय-सूचि
मॉडेम की परिभाषा (modem definition in hindi)
परिभाषा (definition)– यह एक बिजली से चलने वाला उपकरण है जो की इंटरनेट को चलाने के लिए इस्तेमाल होता है। इसे हम मोडूलेटर और डीमोडूलेटर भी बोलते हैं। यह सूचना को भेजने के लिए सूचना को मोडूलेट करता है और सूचना जो आती है उसे खोलने के लिए डीमोडूलेट करता है।
मॉडेम क्या है? (what is modem in hindi)
यह बहुत ही जरूरी नेटवर्क हार्डवेयर है जो की कम्प्युटर से टेलीफ़ोन लाइन या फिर केबल कनैक्शन की मदद से डाटा भेजने और लेने में काम आता है।
साधारण तौर पर यह कम्प्युटर को इंटरनेट से जोड़ने का काम करता है। मॉड़म दो शब्दों को जोड़के बनाया गया है वह है मोडूलेटर और डीमोडूलेटर।
मॉडेम एक उपकरण है जो की सूचना को मोडूलेट और डीमोडूलेट करने के काम में आता है जिससे की हम सूचना को ले और दे सकें।
मॉडेम का इतिहास (history of modem in hindi)
पहला जो मॉड़म था वह डिजिटल डाटा को टेलीफ़ोन लाइन की मदद से अनैलॉग डाटा में बदलने का काम करता था। इसकी गति को बौड से नापा जाता था।
जैसे जैसे कम्प्युटर की तकनीकी बढ़ती गयी उसके बाद अब इसे बिट/सेकंड में नापा जाता है। पहला मॉड़म जो की बाज़ार में निकाला गया था, उसकी गति 110 बीपीएस थी जो की अमेरिका के रक्षक विभाग, न्यूज़ कंपनी और बिज़नेस वाले लोगों द्वारा इस्तेमाल किया गया था।
मॉडेम के प्रकार (modem types in hindi)
- डायल अप मॉड़म (dial-up modem)– पुराने मॉड़म डायल अप नेटवर्क की मदद से अनैलॉग डाटा को टेलीफ़ोन लाइन की मदद से उसे कम्प्युटर के डिजिटल डाटा में बदलने का काम करता है। एक डायल अप मॉड़म को बाहर से कम्प्युटर की एक तरफ जोड़ा जाता है और दूसरी तरफ टेलीफ़ोन लाइन से जोड़ा जाता है। नए वाले मॉड़म की गति 56,000 बिट/सेकंड तक की होती है।
- ब्रॉडबैंड मॉड़म (broadband modem)– ब्रॉडबैंड मॉड़म डीएसएल और केबल इंटरनेट में काम आता है जो की नए तरह के सिग्नल और बेहतर इंटरनेट की गति के लिए काफी काम में आता है। ब्रॉडबैंड मॉड़म ज्यादा गति के इंटरनेट की वजह से भी जाने जाते हैं। सेल्यूलर मॉड़म भी होते है वह एक तरह के डिजिटल मॉड़म होते हैं जो की इंटरनेट को मोबाइल आदि में चलाने के काम में आते हैं। ब्रॉडबैंड मॉड़म घरों, ऑफिसों, उद्योगों आदि सब मे काफी काम आते हैं। ज़्यादातर लोग आजकल अच्छी इंटरनेट की स्पीड के लिए ब्रॉडबैंड मॉड़म का ही इस्तेमाल करते हैं क्योंकि आजकल सबको तेज़ स्पीड ही चाहिए होती है इंटरनेट को चलाने के लिए।
मॉडेम की जरूरत (working of modem in hindi)
पुराने समय में जब हमारे घरों में लैंड्लाइन होते थे तब केवल यही जरिया था लोगो से जुडने का और संचार करने का। इसके बाद टेलीफ़ोन लाइन की मदद से हम इंटरनेट से जुडने के लिए मॉड़म का इस्तेमाल करने लगे। अगर मॉड़म नहीं होता तो कोई भी व्यक्ति इंटरनेट से नहीं जुड़ पाता इसलिए मॉड़म हमारे लिए काफी उपयोगी उपकरण था।
मॉड़म में दो प्लग होते है एक मे हम टेलीफ़ोन लाइन को जोड़ते हैं और दूसरे से हम कम्प्युटर को जोड़ते है। दो कॉर्ड को हम मॉड़म से जोड़ते हैं एक वह जो हमे इंटरनेट देती है और दूसरी जो राउटर या फिर कम्प्युटर के लिए इंटरनेट लेती है। मॉड़म डिजिटल सिग्नल को कम्प्युटर से लेता है और इसे टेलीफ़ोन सिग्नल से जोड़ देता है जिससे की इंटरनेट हमारे कम्प्युटर में चल सके।
यह जरूरी नहीं है की आपको कम्प्युटर मे अगर इंटरनेट चलाना है तो आप मॉडेम इस्तेमाल करें ऐसा बिलकुल नहीं है। आप सीधा टेलीफ़ोन वाले ईथरनेट केबल को सीपीयू में लगा दें उससे भी आप इंटरनेट चला सकते हैं।
आजकल के नए जमाने के कम्प्युटरो में एक छोटा सा मॉड़म पावर लेने के लिए मदरबोर्ड में लगा हुआ होता है। यह आईएसपी पर भी निर्भर करता है जो की आपके ब्रॉडबैंड की कनैक्ट होने की क्षमता कैसी है उसको बताने का काम करता है।
मॉडेम से उपकरण कैसे जोड़ें (how to connect modem in hindi)
जब भी आपको ज्यादा उपकरणों को इंटरनेट से जोड़न हो उसके लिए एक अकेला मॉडेम काफी नहीं होगा उसके लिए आपको राउटर की आवश्यकता पड़ेगी। राउटर को हम वाईफाई राउटर भी बोलते हैं।
टेलीफ़ोन लाइन को इसमे जोड़के हम बहुत सारे उपकरणों को एक साथ इंटरनेट से जोड़ सकते हैं। यदि आपको केवल एक ही उपकरण इस्तेमाल करना है तो उसके लिए मॉडेम सही होता है पर अगर आपको एक से ज्यादा उपकरणों में इंटरनेट इस्तेमाल करना है तो उसके लिए आपको राउटर की जरूरत पड़ती है।
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