प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज महाराणा प्रताप की वीरभूमि मेवाड़ में थे। आज उदयपुर में एक ही मंच से उन्होंने 15,000 करोड़ रूपये की लागत की 9500 योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। उन्होंने इस दौरान उदयपुर में चम्बल नदी पर बने हैंगिंग ब्रिज का उद्घाटन भी किया। इसके अलावा उन्होंने अन्य कई सड़क योजनाओं का भी उद्घाटन किया। सड़क परियोजनाओं के उद्घाटन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। सड़क निर्माण की कई परियोजनाओं का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटल रूप से भूमि पूजन भी किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी रैली में पहुँचे थे। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, गृह मंत्री गुलाब चन्द कटारिया समेत राजस्थान के सभी बड़े भाजपा नेता रैली के दौरान मौजूद रहे।
राजस्थानी में की भाषण की शुरुआत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चिर-परिचित अंदाज यहाँ भी देखने को मिला। अपने भाषण की शुरुआत उन्होंने राजस्थानी में की। उन्होंने राजस्थानी में ही राजस्थान के महापुरुषों को याद किया और इसे शूरवीरों की भूमि कहा। अपने भाषण में उन्होंने हाल ही में राजस्थान में आई बाढ़ का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बाढ़ के दौरान मैंने खुद आकर हालातों का जायजा लिया था। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि संकट की इस घड़ी में केंद्र राजस्थान सरकार के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि सरकार बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए हर संभव कोशिश करेगी।
कांग्रेस सरकार रही निशाने पर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक ही मंच से 15,000 करोड़ रूपये की योजनाओं की शुरुआत बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार बस चुनावी वादें करती थी और योजनाओं को बड़े-बड़े पोस्टर पर लगा देती थी। पिछले कई सालों से देश में बस यही चल रहा था। हमने योजनाओं को असली जामा पहनाया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछली सरकार ने हमें देश बीमार हालत में सौंपा है। हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है इसे अपने असली रूप में वापस लाना। मौजूदा बुराइयों को मिटाकर ही इसे इसके असली रूप में वापस लाया जा सकता है और इस काम में जरा वक़्त लगता है।
हम अलग मिट्टी के बने हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण के दौरान कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वो लोग हमारे सामने ऐसे हालात छोड़कर गए थे जिसमें हर जगह अव्यवस्था व्याप्त थी। और कोई होता तो शायद डर जाता लेकिन हम जरा अलग मिट्टी के बने हैं। हमें चुनौतियों को चुनौती देने की आदत है और हम चुनौतियों से लड़ने का माद्दा रखते हैं। हमारा काम देश को तैराकी की राह पर आगे ले जाना है और हम इसी पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 11 सालों से राज्य में 300 करोड़ के बजट का काम रुका हुआ था और हमारी सरकार बनने के बाद शुरू हुई 5600 करोड़ की परियोजनाएं आज पूरी हो रही हैं। यह फर्क सिर्फ सरकार-सरकार का ही नहीं बल्कि इच्छाशक्ति का भी है।
राजस्थान की सड़कों में पैसा उगलने की ताकत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण के दौरान सुशासन काल के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा बनवाये गए उनके स्वप्न स्वर्णिम चतुर्भुज योजना का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आज भी इस परियोजना की तारीफ़ होती है। जब एक बार अच्छी सड़कें बन जाती है तब आम जनता से लेकर किसानों तक सभी को इसका लाभ मिलता है। उन्होंने कहा कि हम अभी तक गड्ढे में पड़ी योजनाओं को पूरा करने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार लम्बी परियोजनाओं से भागती रही हैं पर हमने उन्हें पूरा करने का बीड़ा उठाया है। उन्होंने कहा कि दुनिया भर से लोग राजस्थान में आना चाहते है। इसके लिए अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर चाहिए। पर्यटन की वजह से यहाँ फूल बेचने वाले से लेकर चाय बेचने वाले तक को फायदा होता है। राजस्थान की सड़कों में पैसा उगलने की ताकत है।
किया जीएसटी का बखान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने भाषण के दौरान जीएसटी को याद करना नहीं भूले। उन्होंने कहा कि जब जीएसटी आया तो लोगों को समझ नहीं आ रहा था कि इसका क्या असर होगा। पर अब धीरे-धीरे इसका असर देखने को मिल रहा है। दुनिया आज भी इसे अजूबा मान रही है कि 125 करोड़ लोगों की आबादी वाले देश में जीएसटी सफल रूप से लागू हो गया। उन्होंने राजस्थान के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अभियान चलकर 15 दिन के भीतर सभी वर्गों को इसमें शामिल करें जिससे छोटे कारोबारियों को भी इसका लाभ मिल सके। उन्होंने जीएसटी की वजह से यातायात में हुए सुधारों का भी जिक्र किया और कहा कि जीएसटी लागू होने के बाद अब ट्रक नाके पर नहीं रुकते। उन्होंने कहा कि देश में आज सड़कों और रेल पटरियों के निर्माण की रफ़्तार पहले से दोगुनी हो गई है।
भाजपा के लिए फायदेमंद साबित होगा मोदी का दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी पिछले दिनों बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने इसी क्षेत्र में आये थे। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट भी काफी अरसे से मेवाड़ क्षेत्र में सक्रिय हैं। ऐसे में भाजपा यह कतई बर्दाश्त नहीं करेगी कि उसके गढ़ में कांग्रेस किसी भी तरह की कोई सेंधमारी करे। यह क्षेत्र गुजरात-राजस्थान सीमा पर स्थित है और गुजरात में भी इस वर्ष के अंत तक विधानसभा चुनाव हैं। हाल ही में आई बाढ़ की चपेट में दोनों राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्र आये थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह रैली एक साथ दोनों राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्रों के मतदाताओं को साधने का काम करेगी। इस रैली में गुजरात से भी बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता शामिल हुए हैं। यह रैली दोनों राज्यों के कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम करेगी।