भारतीय जनता पार्टी की नेता मेनका गाँधी का मुस्लिम मतदाताओं पर दिए बयान की पाकिस्तान के सूचना मंत्री ने जवाब दिया है। सुल्तानपुर में जनता को सम्बोधित करते हुए मेनका गाँधी मुस्लिम मतदाताओं को खुद को वोट करने के लिए मज़बूर कर रही थी। उन्होंने कहा कि या तो मुझे वोट करें नहीं तो सत्ता में आयी तो उनके लिए कोई भी विकास कार्य नहीं करने देंगी।
पाक सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि ” क्या ऐसी बेहूदगी कोई पाकिस्तान में होने की कल्पना कर सकता है। यह बयान किसी भी राजनेता का राजनीतिक करियर बर्बाद करने के लिए पर्याप्त है लेकिन विश्व के कथित सबसे बड़े लोकतंत्र में ऐसे प्रस्ताव दिए जाते हैं। गाँधी और नेहरू के देश में ऐसी स्थिति देखना दुखद है।”
Can anyone imagine to get away with such rubbish in Pakistan? Answer is no,this would have been enough to end political career of any politician but this is what so called Worlds biggest democracy has to offer…. Sad to see Gandhi and Nehru’s country going through this phase https://t.co/cQLgWJKESF
— Ch Fawad Hussain (@fawadchaudhry) April 12, 2019
मेनका गाँधी ने कहा था कि “मुस्लिम मतदाताओं के समर्थन के साथ या उनके बिना वह सुल्तानपुर लोकसभा सीट से चुनाव जरूर जीतेंगी और समुदाय को इस बात का अहसास होना चाहिए कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद उन्हें अपना कार्य पूरा करने की जरुरत होगी।”
उन्होंने कहा कि “आपके साथ या आपके बिना मेरी जीत तो सुनिश्चित है। मैंने मुस्लिम संस्थानों में 1000 करोड़ वितरित किये हैं। आप जरुरत के वक्त पर हमारे पास मदद के लिए आये थे लेकिन अगर आप कहेंगे कि चुनाव के दौरान हम भाजपा को वोट न देकर उस पार्टी को वोट देंगे जो बीजेपी को हराएगी तो यह हमारा दिल तोड़ देगा।”
गाँधी ने कहा कि “मैं इन चुनावों के पहले ही उत्तीर्ण ही चुकी हूँ। लेकिन अगर आप इसकी नींव रखने में मदद करना चाहते यहीं तो यह बिलकुल सही वक्त है।” मेनका गाँधी ने सीधे तौर पर मुस्लिम वोटरों को खुद के लिए वोट देने के लिए कहा था।
भारत में लोकसभा चुनाव का दौर जारी है। उत्तर प्रदेश में सभी सात चरणों में चुनाव होंगे जो 11 अप्रैल से शुरू होंगे। मतों की गणना 23 मई तक जारी रहेगी।