ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस-ए-मुश्वारत (एआईएमएमएम) ने रविवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को चिट्ठी लिख कर अयोध्या में मौजूदा हालात में हस्तक्षेप करने की मांग की।
दर्जन भर से अधिक धार्मिक मुस्लिम और सामाजिक संगठनो को कंट्रोल करने वाले संगठन एआईएमएमएम ने अयोध्या मे जमे लाखों की भीड़ से हालात बिगड़ने का अंदेशा जताते हुये राष्ट्रपति से तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की।
रविवार को विश्व हिन्दू परिषद ने मंदिर निर्माण के लिए अयोध्या मे धर्मसभा का आयोजन किया था। अयोध्या मे 1992 मे कारसेवा के बाद पहली बार इतनी बड़ी संख्या मे किसी संगठन के कार्यकर्ताओं का जमावड़ा हुआ था।
संगठन ने दावा किया था कि रैली स्थल राम मंदिर कार्यशाला (जहां 1990 से मंदिर निर्माण के लिए सामग्री इकट्ठा की जा रही है) से ज्यादा दूर नहीं है। संगठन ने चिट्ठी मे लिखा है कि ‘विवादित स्थल पर जबरन निर्माण की कोई भी कोशिश लोगों को उग्र कर सकती है जिससे शांति व्यवस्था को खतरा पैदा हो सकता है।’
संगठन ने कहा कि हजारों लोगों की सुरक्षा व्यवस्था को खतरा पैदा हो सकता है। संगठन ने उत्तर प्रदेश सरकार पर अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ने का भी आरोप लगाया।