मुलायम सिंह यादव ने अपने 79वें जन्मदिवस के मौके पर विवादित बयान देकर हंगामा खड़ा कर दिया है। उन्होने कहा है कि कारसेवकों पर गोली चलाने का फैसला उन्होने राष्ट्रीय हित में किया था।
मुलायम यहीं नहीं रुके। उन्होने कहा कि उनके गोली चलवाने के फैसले के कारण 28 लोग मारे गए थे लेकिन अगर और भी लोगो को मारना पड़ता तो भी वह पीछे नहीं हटते। अपने बयान में उन्होने कहा कि उनका गोली चलवाना जरूरी था और अगर वो ऐसा नहीं करते तो मुस्लिम नौजवान हथियार उठा लेते।
अपने बयान में मुलायम ने कहा है कि हमने मुसलमानो को यकीन दिलाया कि यह देश उनका भी है। उस समय पार्टी अध्यक्ष अखिलेख यादव भी मौजूद थे। उन्होने यह भी दावा किया कि यूपी का मुस्लमान सपा के साथ है तथा हर चुनाव में सपा को ही मत देता है।
मुलायम ने कहा कि ”अयोध्या में गोली चलवाने के बाद भी उनकी पार्टी ना सिर्फ जीती थी बल्कि 105 सीटें हांसिल करने में भी सफल रही थी।” पार्टी को अपना घर बताते हुए उन्होने कहा कि यह पार्टी उनके खून पसीने की अमानत है तथा इस पार्टी को उन्होने अकेले ही खड़ा किया था, जिसे अब वो किसी भी हाल में कमजोर होता नहीं देख सकते।
मुलायम के इस बयान के बाद कारसेवकों का मामला एक बार फिर चर्चा में आ गया है।