टीवी के सबसे पुराने और मशहूर शो “तारक मेहता का उल्टा चश्मा” की बबिता जी आका मुनमुन दत्ता आज घर घर का नाम बन चुकी है। वह एक दशक से शो में अभिनय कर रही हैं और इस बीच उन्होंने बहुत दौलत और शोहरत कमाई। हाल ही में टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बात करते हुए, उन्होंने अपनी ज़िन्दगी के कई पहलुओं पर बात की।
एक दशक शो को देना
किसी ने इस शानदार कामयाबी की उम्मीद नहीं की होगी जो हमने हासिल की है। मैंने भले ही अपनी ज़िन्दगी के 10 साल इस शो को दिए हो मगर मैंने बहुत कुछ प्राप्त किया है। प्यार, स्नेह, प्रसिद्धि, प्रतिष्ठा, मेरा घर और कार … मैं शिकायत नहीं करती। यह एकरस हो जाता है। एक अभिनेत्री होने के नाते, आप अलग अलग चीजों और जोनर को खोजना चाहते हो। लेकिन अगर आप बड़ी तस्वीर देखे तो मुझे लगता है कि मैं एक महान शो का हिस्सा हूँ।
शो छोड़ने पर
नहीं, मुझे कभी शो छोड़ने जैसा नहीं लगा। मैं अभी उस संतुष्टी बिदुं तक नहीं पहुंची हूँ जहाँ मुझे लगे कि मुझे शो छोड़ना चाहिए। लेकिन मुझे कुछ और करने जैसा जरूर लगता है, शायद में करुँगी भी। लेकिन फ़िलहाल नहीं छोड़ रही हूँ।
किरदार बबिता अय्यर पर
मैं बबिता अय्यर से ज्यादा अलग नहीं हूँ। जब आप कोई किरदार निभाते हो, तो उस किरदार में आपके छोटे छोटे लक्षण भी होते हैं। एकमात्र बड़ा अंतर है कि बबिता शादीशुदा है और मैं नहीं हूँ।
शादी के बारे में
नहीं, अभी तक तो नहीं। लेकिन जब मैं करुँगी, आप लोगो को पता चल जाएगा।
बॉलीवुड के सपने
जब मैं मुंबई आई थी तो मैं फिल्मो में काम करना चाहती थी। जब मुझे ‘तारक’ का प्रस्ताव मिला तो मैं उलझन में पड़ गयी थी। मैंने सोचा कि अगर मैंने ये टीवी शो साइन किया तो मै इसमें ही फंस कर रह जाउंगी और फिल्म या विज्ञापन के ऑडिशन के लिए नहीं जा पाउंगी। मुझे लगा शो एक या दो साल में ख़तम हो जाएगा। किसको पता था कि ये 10-11 सालों का सफ़र बन जाएगा।
बॉलीवुड की बात करें तो, मैं अभी भी फिल्मो में अभिनय करना का सपना पालती हूँ। कुछ वक़्त से, मैं काफी आलसी हो गयी हूँ और कोई प्रयास नहीं कर रही हूँ। मेरा काम है बाहर निर्माताओं को देखने के लिए।
सोशल मीडिया ट्रोल पर
मैंने काफी ऑनलाइन मीडिया ट्रोल का सामना किया है। मेरे चहरे को अक्सर किसी अशिष्ट तस्वीर या सन्देश पर लगा दिया जाता है। लेकिन मैं उन्हें सख्त जवाब देती हूँ और फिर ब्लाक कर देती हूँ। मैं हमेशा उन्हें सुनाने की कोशिश करती हूँ। मैं कमेंट सेक्शन बंद कर देती हूँ या हटा देती हूँ। मुझे ऐसे फोल्लोवर्स नहीं चाहिए जो नफरत फैलाये। मैं खुश रहूंगी अगर मेरा फोल्लोवर भी होगा, जो सच्चा इंसान होगा।
अपने परोपकारी कार्यों पर
मुझे पशु पसंद हैं और उनका ख्याल रखने के लिए मैं किसी भी हद तक जा सकती हूँ। मैं उनके कल्याण के लिए बहुत सारी चीज़ें करती हूँ। कभी कभी खाना पका कर सेट पर डब्बा ले जाती हूँ ताकि सड़क के कुत्तो को खिला सकूँ। मैं करीब 25 कुत्तो का ख्याल रखती हूँ। मैंने कुछ लड़कियों की शिक्षा भी प्रायोजित की है।
घुमक्कड़ होने पर
मैंने करीब 35-40 देशो की यात्रा की होगी। मैं पैदाइशी यात्री और पूरी घुमक्कड़ हूँ। मैं सोचती हूँ कि जब ‘तारक’ खत्म होगा तो मैं एकतरफा टिकट लेकर किसी भी जगह जाउंगी और एक या आधे साल बाद वापस लौटूंगी।
वास्तविक जीवन में कैसी है मुनमुन
मैं बहुत ही उबाऊ व्यक्ति हूँ। मैं जल्द उठती हूँ और सुबह 5.30-6 तक जिम चली जाती हूँ। फिर मैं अपनी बिल्लियों के साथ समय बिताती हूँ। मैं फिल्मो की बहुत शौक़ीन हूँ। मैं लगातार चार फिल्में देख सकती हूँ। मेरी दिनचर्या बहुत सामान्य है।