Sun. Nov 17th, 2024
    राहुल गाँधी

    कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी आज अहमदाबाद में हैं। वह यहाँ गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर तैयारियों का जायजा लेने आये हैं। आज अहमदाबाद में साबरमती रिवर फ्रंट पर आयोजित संवाद कार्यक्रम में पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए राहुल गाँधी ने केंद्र की सत्ताधारी मोदी सरकार पर निशाना साधा। नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की आर्थिक नीतियों ने देश की विकास दर को गिरा दिया है और नोटबंदी व जीएसटी ने छोटे व्यापारियों की कमर तोड़ दी है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में देश की अर्थव्यवस्था चौपट हो गई है। सरकार नोटबंदी को लागू करने में पूरी तरह विफल रही है और यह उसकी सबसे बड़ी असफलता रही है। उन्होंने 28 फीसदी जीएसटी का भी विरोध किया और कहा चुनाव होने प्रस्तावित हैं और कांग्रेस फिलहाल उसकी तैयारियों में जुटी हुई है। इसे मद्देनजर रखते हुए कांग्रेस ने आज राज्य के सभी 182 विधानसभा क्षेत्रों से अपने कार्यकर्ताओं को अहमदाबाद बुलाया था। साबरमती रिवर फ्रंट पर टी शेप में रैंप बनाया गया था जिससे अधिक से अधिक कार्यकर्ता राहुल गाँधी से सीधा संवाद कर सकें। पूरे राज्य भर से तकरीबन 10,000 कांग्रेस कार्यकर्ता इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे। गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष भारत सिंह सोलंकी ने बताया कि इस तरह का कार्यक्रम आयोजित करने का एक मात्र मकसद कार्यकर्ताओं का राहुल गाँधी से सीधा संवाद कराना था।

    बगावत से “बैकफुट” पर है गुजरात कांग्रेस

    हालिया संपन्न राष्ट्रपति चुनावों के वक्त गुजरात कांग्रेस की बगावत खुलकर सतह पर आ गई थी। पार्टी के 7 विधायकों ने एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की थी जिससे उनकी जीत का अंतर और बढ़ गया था। कांग्रेस ने इस बगावत के लिए तत्कालीन नेता विपक्ष शंकर सिंह वाघेला को जिम्मेदार माना और उनपर पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने का आरोप लगाया। शंकर सिंह वाघेला ने इससे क्षुब्ध होकर बगावत कर दी और पार्टी से किनारा कर लिया। उनकी बगावत के बाद गुजरात कांग्रेस विधायकों के इस्तीफों का दौर शुरू हो गया और पार्टी हाशिए की तरफ बढ़ने लगी।

    गुजरात राज्यसभा चुनावों के वक्त कांग्रेस उम्मीदवार अहमद पटेल की उम्मीदवारी भी संकट में आ गई थी। उन्हें राज्यसभा भेजने के लिए गुजरात कांग्रेस ने अपने 44 विधायकों को बेंगलुरु के ईगलटन रेसॉर्ट में ठहराया था। चुनावों करे एक दिन पहले उन्हें गुजरात लाया गया और खुद अहमद पटेल इन विधायकों को मतदान स्थल तक लेकर आए। इसके बावजूद भी 2 विधायकों ने अहमद पटेल के खिलाफ क्रॉस वोटिंग की। भाजपा ने अहमद पटेल को हराने के लिए हर मुमकिन कोशिश की मगर चुनाव आयोग ने उन दोनों विधायकों के मतों को अवैध करार दिया। अहमद पटेल आधे मतों से जीतकर राज्यसभा सदस्य निर्वाचित हुए। उनकी यह जीत बगावत की आग में झुलस रही गुजरात कांग्रेस के लिए संजीवनी की तरह थी।

    भाजपा के पक्ष में हैं सर्वे के रुझान

    गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर हुए सर्वे में रुझान भाजपा के पक्ष में आते दिख रहे हैं। एबीपी न्यूज़ द्वारा कराए गए सर्वे के मुताबिक वर्तमान समय में विधानसभा चुनाव होने की स्थिति में भाजपा को 145 से 150 सीटें मिलने के आसार नजर आ रहे हैं। वहीं कांग्रेस का प्रदर्शन पिछली बार से भी ख़राब रहने की उम्मीद है। सर्वे के मुताबिक़ कांग्रेस 25 से 33 सीटों के बीच सिमट कर रह जाएगी जो पिछले चुनावों की तुलना में आधी हैं। अन्य दलों के खाते में 3 से 5 सीटें जाने की सम्भावना हैं। वर्तमान परिदृश्य में भाजपा 115 सीटों के साथ गुजरात विधानसभा का सबसे बड़ा दल है और कांग्रेस दूसरे स्थान पर है। लेकिन हालिया घटनाक्रमों के बाद आगामी चुनावों में कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर कुछ भी कहना मुश्किल है।

    By हिमांशु पांडेय

    हिमांशु पाण्डेय दा इंडियन वायर के हिंदी संस्करण पर राजनीति संपादक की भूमिका में कार्यरत है। भारत की राजनीति के केंद्र बिंदु माने जाने वाले उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले हिमांशु भारत की राजनीतिक उठापटक से पूर्णतया वाकिफ है।मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक करने के बाद, राजनीति और लेखन में उनके रुझान ने उन्हें पत्रकारिता की तरफ आकर्षित किया। हिमांशु दा इंडियन वायर के माध्यम से ताजातरीन राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर अपने विचारों को आम जन तक पहुंचाते हैं।