मिजोरम में कांग्रेस में तगड़ा झटका लगा है। मिजोरम विधानसभा के अध्यक्ष और वरिष्ठ कांग्रेस नेता हिफी ने विधानसभा में अपने पद से स्तीफा देते हुए कांग्रेस का हाथ झटक भाजपा का दामन थाम लिया। हिफी आगामी विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनाये जाने के कारण कांग्रेस से नाराज बताये जा रहे हैं।
हिफी ने अपने स्तीफा में पार्टी छोड़ने का कोई कारण नहीं बताया है लेकिन कांग्रेस सूत्रों के अनुसार वो पार्टी का टिकट न मिलने के कारण आलाकमान से नाराज थे।
पार्टी छोड़ने के कुछ देर बाद ही वो भाजपा में शामिल हो गए। इस पूर्व वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने 2013 विधानसभा चुनाव में पालक विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी। वो 1990-1996 और 1996-2002 तक राजयसभा के सांसद भी रहे थे।
लगातार 2 बार से जीत हासिल करने वाले हिफी को तीसरी बार भी पालक विधानसभा सीट से टिकट मिलने की उम्मीद थी लेकिन पार्टी ने उनकी जगह के.टी. रोखाव को टिकट दे दिया।
भाजपा ने अभी तक पालक विधानसभा सीट से अपने उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है। उम्मीद है कि हिफी ही इस सीट से भाजपा के उम्मीदवार होंगे।
मिजोरम में विधानसभा की कुल 40 सीटों के लिए इस महीने की 28 तारीख को वोट डाले जाएंगे। वोटों की गिनती 11 दिसंबर को होगी।
कांग्रेस जहाँ लगातार दूसरी बार सत्ता में आने की कोशिश कर रही है वहीँ पूर्वोत्तर राज्यों में भाजपा को उसके उभार का फायदा मिलने की उम्मीद है। 2013 में कांग्रेस में मिजोरम में जोरदार जीत दर्ज की थी।