मालदीव में राजनीतिक संकट हटने के बाद देश सभी अन्य मुल्कों के साथ संबंध बेहतरी के लिए कार्य कर रहा है। मालदीव ने कामनवेल्थ में दोबारा प्रवेश के लिए आवेदन किया है। मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहीम सोलिह ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति के दो साल पूर्व राष्ट्र को इससे बहार निकलने के बाद मालदीव ने दोबारा इसमें प्रवेश के लिए आवेदन किया है।
तीन लाख चालीस हज़ार सुन्नी मुस्लिमों के देश मालदीव ने कामनवेल्थ से नाता तोड़ लिया था, जब पूर्व राष्ट्रपति पर मानव अधिकार का संरक्षण और कानून का पालन करने के लिए दबाव बनाया गया था राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि कामनवेल्थ में प्रवेश मालदीव के हित में हैं।
मालदीव ने कहा कि राष्ट्रपति सोलिह गुट के मूल्यों पर यकीन करते हैं, जिसमे ब्रिटिश राज की कई पूर्व कॉलोनी और क्षेत्र थे।
इब्राहीम सोलिह ने हाल ही में पूर्व ताकतवर राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन को आम चुनावों में शिकस्त दी थी। अब्दुल्ला यामीन ने अपने कार्यकाल के दौरान कई विपक्षी नेताओं को जेल भेजा और कई विपक्षी नेताओं को देश से मजबूरन निर्वासित होना पड़ा था।
मालदीव को अब्दुल्ला यामीन के कार्यकाल में सख्त अंतर्राष्ट्रीय दबाव का सामना करना पड़ा था। पूर्व राष्ट्रपति ने लन्दन स्थित कामनवेल्थ सचिवालय पर आंतरिक मसलों में दखलंदाजी करने का आरोप लगाया था। अब्दुल्ला यामीन के कार्यकाल में अमेरिका ने कई बार मालदीव में लोकतंत्र पर खतरे के लिए आगाह किया था।
आम चुनावों के बाद जेल में कैद राजनीतिक हस्तियों को रिहा कर दिया था और निर्वासित राजनेता वापस देश लौट आये थे। इब्राहीम सोलिह ने राजनीतिक संकट के बाद देश पर आर्थिक विपदा के लिए आगाह किया और अपने करीबी दोस्त से मदद का आग्रह किया था। भारत ने भी परंपरा का निर्वाह करते हुए मालदीव को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया था।
पूर्व राष्ट्रपति चीन का करीबी था और उनके कार्यकाल में चीन ने मालदीव को कर्ज के दलदल में डूबाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी।