मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन पर देश में भ्रष्टाचार से सम्बंधित जांच चल रही है। 16 दिसम्बर को अदालत ने पूर्व राष्ट्रपति के खाते में 65 लाख डॉलर की राशि को जब्त करे का आदेश दिया था। 15 दिसम्बर को पूर्व राष्ट्रपति के साथ पूछताछ की थी।
अब्दुल्ला यामीन पर आरोप
पूर्व राष्ट्रपति पर अपने चुनाव प्रचार ने दौरान अवैध तरीके से 15 लाख लेने के आरोप है। देश के मौद्रिक विभाग ने इस अवैध अनुदान के खिलाफ पुलिस में एक शिकायत दर्ज की थी। स्थानीय मीडिया के मुताबिक यह रकम अब्दुल्ला यामीन के निजी खाते में डाली गयी थी।
अब्दुल्ला यामीन ने भ्रष्टाचार के इन आरोपों को खारिज किया है। वह वित्तीय और राजनीतिक सहयोग के लिए बहुत ज्यादा चीन पर आश्रित है। इससे भारत की मुसीबते काफी बढ़ गयी थी। मालदीव 340000 सुन्नी मुस्लिमों का देश है। चीन का बढ़ता क्षेत्रीय प्रभाव भारत को चुनौती दे रहा था। भारत के रणनीतिक साझेदार मालदीव, श्रीलंका और नेपाल को भी चीन ने अपने प्रभुत्व में ले लिया था। यह राष्ट्र पारंपरिक तरीके से भारत से जुड़े हुए थे।
चीन ने मालदीव को करोड़ों रूपए का कर्ज दिया था, जिससे मालदीव में इंफ्रास्ट्रक्चर और कई परियोजनाओं को पूर्ण किया जाना था। लेकिन इस अंधाधुंध कर्ज से मालदीव के जहन में डर बैठ गया था।
यामीन की हार से चीन परेशान
मालदीव में हुए राष्ट्रपति चुनावों में विपक्षी दल के उम्मीदवार इब्राहीम सोलिह ने अब्दुल्ला यामीन को हैरतंगेज़ तरीके मात दे दी थी। नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने चीन पर मालदीव की जमीन को अवैध रूप से हड़पने का आरोप लगाया था और भारत से की गुहार लगाई थी।
भारत यात्रा पर इब्राहीम सोलिह
मालदीव के राष्ट्रपति तीन दिवसीय यात्रा पर 16 दिसम्बर को भारत पंहुचे थे। इस यात्रा के दौरान इब्राहीम सोलिह भारत के प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के साथ द्विपक्षीय संबंधो की मजबूती के बाबत बातचीत करेंगे। मालदीव के राष्ट्रपति भारत के उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ मुलाकात करेंगे।
इब्राहीम सोलिह के साथ उनकी धर्मपत्नी फजना अहमद भी आएँगी। मगलवार को वापसी से पूर्व इब्राहीम सोलिह और उनकी पत्नी ताजमहल की यात्रा भी करेंगे।