नेपाल में स्थित भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिको से हिमालयी क्षेत्र से कैलाश मानसरोवर की यात्रा शुरू करने से पूर्व तिब्बत के लिए उपयुक्त चीनी वीजा और यात्रा परमिट की मांग करने के लिए कहा है। एडवाइजरी में श्रद्धालुओं को सुनिश्चित किया गया है कि, आपातकालीन चिकित्सा, ऊंचाई से बीमारी, निकासी और रहने के लिए उनके पास पर्याप्त बिमा कवरेज हैं।
दूतावास से जारी सलाह के मुताबिक, चीनी वीजा श्रद्धालुओं को नयी दिल्ली में स्थिति चीनी दूतव्स से मिलेगा न कि काठमांडू में स्थित चीनी दूतव्स से मिलेगा। तीर्थयात्रियों को यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए है कि उनके ट्रेवल एजेंट ने नेपाल में सिमिकोट/हिलसा या रसुवगधी के प्रतिबंधित क्षेत्रों का परमिट ले रखा है या नहीं।
एडवाइजरी के मुताबिक, सिमिकोट और हिलसा में एटीएम सुविधा उपलब्ध नहीं है इसलिए यात्रियों को इमरजेंसी के लिए नकद रकम ले जानी होगी। साथ ही श्रद्धालुओं को अंतर्राष्ट्रीय रोमिंग सिम कार्ड भी ले जाना चाहिए। श्रद्धालुओं को व्हाट्सअप, मैसेंजर, वीबर और वीचैट इनस्टॉल करना चाहिए ताकि कम कनेक्टिविटी वाले क्षेत्रों से भी संपर्क बनाया जा सके।
यात्रियों को उच्च स्थलों ऑक्सीजन की कमी के जोखिम से बचने के लिए उपरोक्त सभी बिंदुओं का पालन करने की सलह दी जाती है। यात्रा को शुरू करने से पूर्व सभी तीर्थयात्रियों का मेडिकल एग्जामिनेशन किया जायेगा।