Sat. Apr 20th, 2024
    किम जोंग उन

    उत्तर कोरिया ने लम्बे समय से कार्यरत प्रमुख को किम जोंग उन के करीबी नेता से बदल दिया गया है। किम जोंग उन के सहयोगी को कथित मानवधिकार हनन के लिए अमेरिका द्वारा प्रतिबंधित किया गया था। उत्तर कोरिया के शीर्ष नेतृत्व में फेरबदल किया गया है।

    विशेषज्ञों के मुताबिक, किम की ताकत को पहले से अधिक मज़बूती और अस्थिर पकड़ मिल गयी है। किम को अब एक नया टाइटल भी मिल गया है और अब वह कोरियाई जनता के सर्वोच्च प्रतिनिधि बन गए हैं। वह अब एक नयी भूमिका के आधुनिक राष्ट्रीय नेता बन गए हैं, जैसे अन्य देशों में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री होते हैं।

    91 वर्षीय किम योंग यान नार्थ कोरिया के स्टेट ऑफ़ हेड के पद पर 20 वर्षों से नियुक्त थे लेकिन अब उन्हें चोए रयोंग से बदल  दिया गया है। सुप्रीम पीपल असेंबली के नए अध्यक्ष चोए अब तकनीकी तौर पर हेड ऑफ़ स्टेट हैं। हालाँकि उत्तर कोरिया की असल ताकत किम जोंग उन और उनके परिवार के पास है।

    साल 1950 में जन्मे चोए किम जोंग उन के दाहिने हाथ कहे जाते हैं साल 1980 के बाद से उन्हें शासन में दो नम्बर के आभासी अधिकारी के तौर पर माना जाता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चोए के बेटे में किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग के साथ विवाह किया है। हाल ही में अमेरिका ने मानवधिकार का हनन करने पर उत्तर कोरिया के तीन अधिकारीयों पर प्रतिबन्ध लगाया था जिसमे चोए भी शामिल हैं।

    उत्तर कोरिया के वरिष्ठ परमाणु वार्ताकार किम योंग चोल पर भी अमेरिका ने साल 2010 से प्रतिबन्ध लगा रखा है। लेकिन वह इस वर्ष की शुरुआत में बिना किसी दिक्कत के अमेरिका जा सके थे।

    साल 2011 में किम जोंग उन ने अपने पिता की मृत्यु के बाद सत्ता संभाली थी। विश्लेषकों के मुताबिक, यह देश के संविधान में परिवर्तन का संकेत देश रहा है जो युवा नेता के इर्द-गिर्द होगा। अगर वास्तव में उत्तर कोरिया ने अपने संविधान में संसोधन किया है तो इसका मतलब किम जोंग उन अब पहले से अधिक ताकतवर जो गए हैं।

    उनके मुताबिक, यदि यह संभव हुआ तो किम जोंग उन आधिकरिक तौर पर पियोंयांग और विदेशो का प्रतिनिधित्व करेगा। अपने पिता किम जोंग उल के उलट उन ने विदेशी नेताओं का सम्मान किया है और कई राष्ट्रों का दौरा भी किया है।

    सीओल में उत्तर कोरिया के जानकर जेओंग यंग तय ने कहा कि “यह बदलाव किम और उनकी ताकत को सही साबित करने की कोशिश है। किम जोंग उन उत्तर कोरिया को फिर से वैश्विक मंच पर समाजवादी राष्ट्र के रूप में लाना चाहते हैं।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *