हमारे देश में आएं दिन आरक्षण की मांग तेज़ हो रही है। कभी जाट आंदोलन या कभीं पटेल आंदोलन। परन्तु कभी कभी यह आंदोलन हिंसक हो जाते है जिससे जान माल की काफी हानि पहुँचती है।
हाल ही में हुए पटेल आंदोलन में भी भीड़ हिंसक हो गई थी जिससे काफी परेशानी सामने आई थी। ऐसा ही कुछ आज कल महाराष्ट्र में देखने को मिल रहा है जहाँ मराठा क्रांति मोर्चा के कार्यकर्ताओं द्वारा मराठो के लिए आरक्षण का प्रावधान पारित करने के लिए आंदोलन बुलाया गया था।
जिसे बाद में कुछ समय के लिए वापस बुला लिया गया था वो इसलिए क्योंकि औरंगाबाद में भीड़ के हिंसक होने के बाद एक आंदोलनकारी ने आत्महत्या कर ली थी। जिसके परिणाम स्वरुप आंदोलन वापस बुला लिया गया था।
परंतु अब इसे दोबारा उठाया गया है एवं प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को पुणे में 6 बसें फूंक दीं। पुणे में मराठा क्रांति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया और सड़कों को जाम कर दिया।
पुणे-नासिक राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रदर्शनकारियों ने हंगामा किया। स्थिति को देखते हुए इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है। पुलिस की तैनाती कर दी गई है।
इस आंदोलन की वजह से यातायात मामूली तरीके से प्रभावित हुआ। अभी तक इस तोड़फोड़ में किसी के घायल होने की खबर नहीं आई है।
सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, “मराठा आरक्षण के संबंध में कानून या प्रस्ताव पारित करने के लिए महाराष्ट्र विधानसभा का एक विशेष सत्र बुलाया जाएगा।”
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य में शांति बनाए रखने की अपील की है। महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, “मैंने डीजीपी को निर्देश दिया है कि लोगों के खिलाफ दर्ज मामले, विरोध-प्रदर्शन में भाग लेना, वापस लेना चाहिए। केवल पुलिसकर्मियों पर हमला करने जैसे गंभीर मामले, आग लगने आदि में शामिल होना वापस नहीं लिया जाएगा।”