Thu. Apr 25th, 2024
    यमुना में बाढ़

    कहते हैं क़ुदरत की मार हमेशा बिना बताए पड़ती है। ऐसी ही मार आज कल उत्तर भारत के लोग झेल रहे हैं जहाँ बारिश ने क़हर ढाया हुआ है।

    हर साल की तरह मानसून ने दस्तक दे दी है। इसी के चलते राजधानी एवं आस पास के अन्य इलाको में खूब बारिश हो रही है।

    इसी के चलते स्थानीय लोग बहुत परेशान है। सरकार ने हर साल की तरह बरसात के मौसम से निबटने के लिए पुख्ता इंतज़ाम तो किये थे परन्तु भारी बरसात के बाद उन पर भी पानी फिर गया।

    दिल्ली में इन दिनों बारिश को लेकर हाई अलर्ट है। यमुना भी अपने जलस्तर से काफी ऊपर बह रही हैं, मौसम विभाग ने चेतावनी भी दे दी है।

    जिसके तहत दिल्ली में भरी बारिश की सम्भावना है। बारिश के बाद यमुना के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।

    जिससे वृंदावन समेत यमुना किनारे बसे लोग बेचैन हो गए हैं। बाढ़ की आशंका के चलते कुछ परिवार तो अभी से सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। यमुना में पानी भरने से लोगो में दहशत का माहौल है।

    नदी का जलस्तर बढ़ने से वृंदावन की ओर तथा यमुना पार के गांवों में कटान शुरु हो रहा है। अगर हाल यही रहा तो यमुना किनारे कई गांवों में जल-भराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

    सरकार ने हालात को लेकर लोगो से यमुना से दूर रहने की अपील करी है एवं दिल्ली के पुराने लोहे के पल पर से रेल गाड़ियों की आवाजाही भी बंद कर दी हैं। इससे रेल यातायात पर भी खासा असर पड़ा है।

    यमुना पार के गांव पानीगांव और मांट मार्ग के साथ साथ राजपुर के मध्य सड़क तक पानी आ पहुंची है।

    पानीगांव, मांट खादर और गांव राजपुर खादर में यमुना द्वारा मिट्टी का कटान भी होने लगा है। वराहघाट, कालीदह घाट, सूरजघाट, जुगलघाट, बिहारघाट, केशीघाट मल्लाह वस्ती, जगन्नाथ घाट, हुड़दंग नगर, पानीघाट, श्याम कुटी,  तुलसीवन कालोनी, मोरकुटी क्षेत्र, राजपुर खादर आदि क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *