रूस के निचले सदन या स्टेट ड्यूमा ने बुधवार को महात्मा गाँधी और लियो टॉलस्टॉय के बीच एक मित्रता को दर्शाने के लिए एक विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया था। यह आयोजन महात्मा गाँधी की 150 वीं सालगिरह के मौके पर किया गया था।
रूस में भारतीय राजदूत डी बाला वेंकटेश वर्मा भी अन्य रुसी प्रतिनिधियों के साथ इस समारोह में उपस्थित थे। स्टेट ड्यूमा ने अधिकारिक ट्वीटर पेज पर लिखा कि “स्टेट ड्यूमा में गाँधी की 150 वीं सालगिरह के मौके पर एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था। इसमें दो महान विचारको महात्मा गाँधी और लियो टॉलस्टॉय के बीच आदान-प्रदान हुई चिट्ठियों को भी दर्शाया गया है। इस प्रदर्शनी में दोनों की मित्रता के प्रति दृढ़ता और फिलोसोफी व कार्य पर परस्पर प्रभाव को दर्शाया गया है।”
गांधी ने टॉलस्टॉय को अपने जीवन को प्रभावित करने वाले तीन व्यक्तियों में शुमार किया था। जिसमे जॉन रस्किन और श्रीमद रायचंद्र शामिल है।
यह प्रदर्शनी टॉलस्टॉय के लेबर ब्रेड और गांधी के सत्याग्रह को दर्शाएगा और साथ ही उनकी सच की समझ, दयालुता और विश्व के प्रति प्रेम को दर्शाएगा।