तृणमूल कांग्रेस नेता और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कितनी शिद्दत से क्षेत्रीय दलों को राष्ट्रिय मंच पर उजागर करना चाहती हैं ये तो सब जानते हैं मगर अब उन्होंने खुलकर ये बयां दिया है कि आगामी लोक सभा चुनावों में क्षेत्रीय दल, भाजपा और कांग्रेस से ज्यादा सीटें जीत जाएंगी।
गुरुवार को महा रैली की तैयारियों को देख रही बनर्जी ने कहा-“मुझे नहीं लगता कि भाजपा को 125 से ज्यादा सीटें मिलेंगी, कांग्रेस का मुझे पता नहीं। संघीय दल इस बार निर्णय कारक होंगे।”
बंगाल की सीएम ने शनिवार को होने वाली भाजपा-विरोधी पार्टियों की रैली को-‘यूनाइटेड इंडिया रैली’ का नाम दिया है।
केवल कुछ क्षेत्रीय नेताओं को छोड़ दिया गया है – उनमें से प्रमुख ओडिशा के नवीन पटनायक और तेलंगाना के के चंद्रशेखर राव हैं, जिन्होंने एक गैर-कांग्रेस को बनाने का काम किया है, गैर-भाजपा फेडरल फ्रंट और वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी हैं।
कांग्रेस इस महा रैली में भाग लेंगे। अध्यक्ष राजुल गाँधी तो नहीं जा पांएगे मगर पार्टी का प्रतिनिधित्व वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खरगे और अभिषेक मनु सिंघवी करेंगे।
बसपा प्रमुख मायावती भी इस रैली में भाग नहीं ले रही हैं और पार्टी के प्रतिनिधित्व के लिए वह अपने शीर्ष लेफ्टिनेंट सतीश मिश्रा को भेज रही हैं जो रैली में बोलने वाले हैं।
बनर्जी के अनुसार, रैली में सबको स्वंत्रता पूर्वक बोलने दिया जाएगा जिसको उन्होंने कहा-‘अभिव्यक्ति की आज़ादी’ और कहा कि सब एक दूसरे को सुनेंगे। उनके मुताबिक, “मैं हर किसी का नजरिया सुनूंगी और हम अपनी विचारधारा किसी के ऊपर थोपेंगे नहीं।”
जब उनसे इस आलोचना के बारे में पूछा गया कि विपक्षियों के पास एकता की कमी है, तो उन्होंने कहा-“चिंता मत करो, हर राजनीतिक पार्टी के पास उनकी अपनी राजनीतिक भाषा होती है। हर राज्य में, उनकी अपनी राजनीतिक मजबूरियां हैं। महागठबंधन लोगों और सभी राजनीतिक दलों का गठबंधन होगा।”