मध्य प्रदेश में चुनाव बस कुछ ही दिन रह गए हैं लेकिन मुख्यमंत्री कौन होगा इसको लेकर कांग्रेस अब भी दुविधा में है।
भोपाल में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने में हो रही देरी के बारे में बताया।
राहुल गाँधी ने पत्रकारों को बताया कि कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया में से किसी एक को भी चुनना बहुत कठिन है। उनमे से एक गुड लुकिंग है तो दूसरा डायनामिक व्यक्तित्व का है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री का चुनाव प्रदेश की जनता पर छोड़ते हुए बड़ी चालाकी से किसी एक का भी नाम लेने से खुद को बचा लिया।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में अक्सर कमलनाथ और सिंधिया कैम्प अपने अपने नेताओं के लिए ‘मुख्यमंत्री ऑफ़ एमपी’ कैम्पेन चलाता रहता है जिसके कारण कई बार कांग्रेस को इस आपसी गुटबाजी से निपटने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा है।
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इसी गुटबाजी को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कमलनाथ और सिंधिया में से किसी एक का भी चुनाव करना काफी कठिन है। एक अनुभवी और गुड लुकिंग है तो दूसरा डायनामिक व्यक्तित्व का है।
राहुल गाँधी ने कहा कि ‘मैं क्यों तय करूँ कौन मुख्यमंत्री होगा? ये प्रदेश की जनता तय करेगी। कुछ खूबियां कमलनाथ में है तो कुछ खूबियां सिंधिया में है’ राहुल गांधी ने आगे कहा कि एक तरफ जहां कमलनाथ अनुभवी और गुड लुकिंग हैं वहीँ सिंधिया युवा और डायनामिक हैं। दोनों ने ही कांग्रेस की स्थिति को मजबूत करने के लिए बहुत ही बढ़िया काम किया है’
चुनाव में आपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों को टिकट देने के सवाल पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ‘यहाँ मध्य प्रदेश में कमलनाथ और सिंधिया के ऊपर जिम्मेदारी है। ये उनलोगों पर निर्भर करता है कि किसे टिकट दें और किसे टिकट ना दें। सिंधिया और कमलनाथ ने सब सच जानने के बाद ही टिकट वितरण किया है। मुझे उनलोगों पर पूरा भरोसा है।’
राहुल जी ने कहा कि दिल्ली में बैठ कर कोई भी फैसला लेना बहुत आसान है। लेकिन यहाँ रहकर जमीनी हकीकत को देखते हुए फैसला लेने की जिम्मेदारी कमलनाथ और सिंधिया की है।
यहाँ झूठे और राजनीति से प्रेरित बहुत से मामले होते हैं उम्मीदवारों के खिलाफ। मेरी अपना मानना है कि राजनीति में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए।