लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए हर व्यक्ति अपने तरह से योगदान देने को आतुर है। मतदान प्रतिशत बढ़ाने के प्रयास जारी हैं, और इसी क्रम में मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में एक परिवार ने छह मई को होने वाली शादी को सिर्फ इसलिए आगे बढ़ा दिया, क्योंकि उसी दिन उनके संसदीय क्षेत्र में मतदान होना है।
घोड़ाडोंगरी विकासखंड का छोटा-सा गांव है भुड़की। यहां के सेना में जवान सतीश उइके की छह मई को मर्दवानी गांव की शलिला के साथ शादी होने वाली है। इसके लिए बीते डेढ़ माह से कार्ड भी बांटे जा रहे हैं। सतीश इन दिनों जम्मू एवं कश्मीर में तैनात हैं।
सतीश के पिता प्रेम उइके का कहना है, “शादी की तैयारियां डेढ़ माह से चल रही हैं। चुनाव की तारीख का ऐलान होने के बाद उनके परिवार ने आपस में विचार-विमर्श किया कि छह मई को मतदान है और उसी दिन शादी है। शादी की भागदौड़ में कई लोग मतदान से वंचित रह जाएंगे। लिहाजा सभी ने तय किया कि शादी छह मई से बढ़ाकर सात मई कर दी जाए। इस बात पर वधु पक्ष के लोग भी तैयार हो गए।”
जिलाधिकारी तरुण पिथोड़े ने इस फैसले पर कहा, “सेना के इस जवान और उनके परिवार के निर्णय एवं जज्बे को सलाम करते हैं। मतदान को लेकर लिया गया निर्णय समाज के लिए एक बड़ा उदाहरण है। हम सभी को मतदान का महत्व समझकर इसे महती जिम्मेदारी मानकर करना चाहिए।”
वहीं गांव के प्रवीण नामदेव, अतुल नामदेव, भानू नामदेव का कहना है, “चुनाव आयोग मतदान के लिए लाखों रुपये खर्च कर जनजागरूकता अभियान चला रहा है। ऐसे में हमारे ग्राम के युवा साथी एवं उनके परिवार द्वारा मतदान के लिए शादी की तारीख बदली गई है, यह एक सुखद संदेश है। हम सभी को सारे काम छोड़कर मतदान को महत्व देना चाहिए।”