मध्यप्रदेश में पिछले दिनों ही गौ हत्या के मामले में पकड़े गए तीन आरोपियों के खिलाफ मध्यप्रदेश पुलिस ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्यवाही की थी।
अब इस मुद्दे पर कॉंग्रेस के भीतर ही बहस छिड़ गयी है। कॉंग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदम्बरम ने तीनों आरोपियों पर लाए रासुका का विरोध करते हुए इसे गलत बताया है।
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चिदम्बरम ने पार्टी के समक्ष बात रखते हुए इसे मध्यप्रदेश की कॉंग्रेस सरकार द्वारा की गयी एक गलती बताया है।
मध्यप्रदेश में गौ हत्या मामले में कार्यवाही करते हुए मध्यप्रदेश पुलिस ने खांडवा जिले से तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने घटना स्थल से गौ माँस की भी बरामदगी दिखाई थी।
मध्यप्रदेश पुलिस ने अपनी सफाई में कहा है कि पकड़े गए आरोपी फिलहाल जमानत पर बाहर थे, इनके खिलाफ पहले भी कई मुकदमे दर्ज़ हुए हैं।
गौरतलब है कि राज्य में कॉंग्रेस सरकार बनने के बाद यह दूसरा मौका है जब राज्य में रासुका के तहत कोई कार्यवाही की गयी है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ की तरफ से जारी बयान में यह कहा गया है कि सरकार राज्य की सुरक्षा और शांति को लेकर काफी सतर्क है। जहाँ पर गौकशी की घटना हुई है वो इलाका काफी संवेदनशील इलाका है।
वहीं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के बड़े नेता शिवराज सिंह चौहान ने भी रासुका का विरोध करते हुए कहा है कि इस मामले में रासुका का प्रयोग करने की कोई खास आवश्यकता नहीं थी।
आपको बताते चलें कि मध्यप्रदेश की कॉंग्रेस सरकार भी पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की तर्ज़ पर ही गौ सेवा में लगी हुई है। मध्यप्रदेश सरकार ने हाल ही में राज्य में 1 हज़ार नयी गौशालाओं के निर्माण के लिए 450 करोड़ रुपये की राशि जारी करने की बात कही है।
इस योजना की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने यह भी कहा था कि इन गौशालाओं से लोग गायों को गोद भी ले सकेंगे।