मध्य प्रदेश चुनाव में भाजपा ने इस बार बस एक मुस्लिम प्रत्याशी की टिकट दिया है। भोपाल (नॉर्थ) से भाजपा ने फातिमा रसूल सिद्दीकी को मैदान में उतरा है जो राज्य के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता रसूल अहमद सिद्दीकी की बेटी है।
फातिमा का कहना है कि मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अच्छे कामों ने उन्हें भाजपा ज्वाइन करने के लिए प्रेरित किया। फातिमा का कहना है कि उन्होंने चौहान 2005 से ही राज्य की बेहतरी के लिए काम करते हुए देखा है। वो एक सेक्युलर नेता है जिन्होंने समाज के हर वर्ग की बेहतरी के लिए काम किया है।
फातिमा ने पिछले गुरुवार को भाजपा ज्वाइन किया और कुछ ही घंटो बाद उन्हें भोपाल (नॉर्थ)सीट से कांग्रेस के 5 बार के विधायक आरिफ अक़ील के खिलाफ टिकट भी मिल गया।
भोपाल (नॉर्थ) मुस्लिम बहुल सीट है। 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के आरिफ बेग कांग्रेस के उम्मीदवार आरिफ अक़ील से 7,000 वोटों से हार गए थे।
फातिमा जो पहली बार चुनावी मैदान में हैं उनका परिवार राजनीति में नया नहीं है। फातिमा के पिता रसूल अहमद सिद्दीक़ी 1980 और 1985 में दो बार भोपाल (नॉर्थ) सीट से कांग्रेस की टिकट से विधायक रहे। 1993 में रसूल भाजपा के रमेश शर्मा से चुनाव हार गए थे।
20 साल पहले रसूल की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी ने टिकट चाहा लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया। फातिमा ने बताया कि कांग्रेस ने उनकी परिवार का अपमान किया है।
फातिमा ने कहा क़ी उनके पिता आजीवन ‘गंगा-जमुनी तहजीब’ को मानाने वाले रहे और शिवराज सिंह चौहान में भी वही छवि है। 20 साल बाद वापस अपने पारिवारिक सीट से लड़ रही फातिमा को अपनी जीत का पूरा भरोसा हैं। फातिमा मुख्यमंत्री शिवराज के अच्छे कामों को लेकर जनता के बीच जा रही है।
भाजपा ने इस बार विधासभा चुनाव में एक ही मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट दिया है।