भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को दो दिनों की आधिकारिक यात्रा पर भूटान के लिए रवाना हो गए है। इस यात्रा का मकसद विभिन्न क्षेत्रों में दोनो राष्ट्रों के बीच द्विपक्षीय सम्बंधो को मजबूत करना है।
पीएम मोदी की यह भूटान की दूसरी यात्रा है। पहली बार प्रधानमंत्री पद पर आसीन होने के बाद उन्होंने भूटान की यात्रा को थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि हमारी पड़ोसी पहले नीति का केंद्रीय स्तम्भ है। दोनो देशो के बीच उच्च स्तर की आदान-प्रदान जारी रहेगा। पीएम मोदी दो दिनों की औपचारिक यात्रा पर भूटान जा रहे है और दोबारा चुनावो कर बाद यह पीएम मोदी की पहली यात्रा है।
भूटान की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को कहा कि भारत भूटान साझेदारी मंच नई दिल्ली की पड़ोसी पहले का महत्वपूर्ण स्तम्भ है और भरोसा जाहिर किया कि दो दिवसीय यात्रा दोनो देशो के बीच वक्ती सम्बंधो का प्रचार करेगा।
मोदी पारो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पंहुचेंगे और सिंटोखा डजोंग के दौरे के साथ ही आधिकारिक यात्रा मि शरुआत करेंगे। यात्रा के दौरान पीएम मोदी भूटान के चौथे राजा के साथ सभा को संबोधित करेंगे।
यात्रा के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नेशनल मेमोरियल चोरटेन की यात्रा करेंगे। साथ ही उनके आगमन पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी वह उपस्थित होंगे।
विदेश मंत्रालय ने बयान में बताया कि यह यात्रा दोनो देशो के बीच उच्च स्तर की नियमित आदान प्रदान की परंपरा को बरकरार रखेगी। साथ ही द्विपक्षीय साझेदारी को विविध और मज़बूत करने के तरीकों के अवसरों को मुहैया करेगी। इसमे आर्थिक और विकसित सहयोग, हाइड्रोपावर सहयोग, जनता से जनता के संबंध और क्षेत्रीय मामलों व संयुक्त हित के अन्य मामलों पर विचारों को साझा करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिनों की आधिकारिक यात्रा पर भूटान जाएंगे। आधिकारिक यात्रा के दौरान भारत और भूटान के बीच 10 एमओयू पर हस्ताक्षर होने की संभावना है। यात्रा जे दूसरे दिन पीएम मोदी नेशनल मेमोरियल चोरटेन का दौरा करेंगे।
रॉयल यूनिवर्सिटी ऑफ भूटान चार एमओयू पर हस्ताक्षर करेंगे। इसमे एक आईआईटी दिल्ली, बॉम्बे और कानपुर और साथ ही एनआईआईटी सिलचर के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे।