नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा नोटबंदी के ऐतिहासिक फैसले को आज एक साल हो गया है। ऐसे में पुरे देश में लोगों द्वारा इसपर मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिली हैं।
राजनैतिक तौर पर भी इस विषय में काफी गर्माहट देखने को मिली है। जहाँ विपक्ष इस दिन को काले दिन के रूप में मना रहा है, मोदी सरकार ओर उनके समर्थक इसे ‘एंटी ब्लैक मनी डे’ के रूप में मना रहे हैं। सरकार की ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री अरुण जेटली, स्मृति ईरानी, संबित पात्र और नितिन गडकरी समेत कई नेताओं ने इस कदम को देश के लिए मददगार बताया।
नोटबंदी के विषय में सोशल मीडिया पर लोगों ने सुबह से ही अपने विचार रखना शुरू कर दिया है। एक बड़े पक्ष के लोगों ने सरकार के इस फैसले को अस्वीकार किया है। लोगों ने इसे सरकार द्वारा थोपा हुआ आदेश बताया है।
None of the original claims for demonetisation have come true. Instead, the country is suffering from slow economic growth.#भुगत_रहा_है_देश
— Maharashtra Youth Congress (@IYCMaha) November 8, 2017
लोगों ने सरकार द्वारा टैक्स बढ़ने के दांवों पर भी जबरदस्त हमला किया।
"Demonetisation has Expanded the Tax Base"
While reality is that the growth in Tax Base is more or less the same compared to the previous year. #भुगत_रहा_है_देश pic.twitter.com/YSeGIggDFz
— Saral Patel #BharatJodo (@SaralPatel) November 8, 2017
कांग्रेस नेता भरत सोलंकी ने कहा कि नोटबंदी की वजह से देश की अर्थव्यवस्था पिछले चार सालों में सबसे धीरे हो गयी है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि छोटी और मध्य वर्ग की कम्पनियों की कमाई में 50 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। 15 लाख से ज्यादा नौकरियां चली गयी हैं और चीनी पदार्थों का आयात 23 फीसदी तक बढ़ गया है।
GDP Growth at 4 Years Low, 50% Revenue Losses to MSMEs, 15 Lakh Jobs Lot, 23% Increase in Chinese Imports – All due to Demonetisation. #भुगत_रहा_है_देश pic.twitter.com/BgpJ3uKsIR
— Bharat Solanki (@BharatSolankee) November 8, 2017
लोगों ने इस दौरान मोदी सरकार को नोटबंदी के दौरान हुई विफलताओं की याद दिलाई।
No idea if any #BlackMoney was found or not but millions of White Collar jobs sure went out of the window. #भुगत_रहा_है_देश pic.twitter.com/8IUeB7UNDk
— Maharashtra Youth Congress (@IYCMaha) November 8, 2017
I think #Demonetisation helped the govt in just one way –
If you say DeMo DeMo DeMo DeMo continuously, it sounds like Modi Modi Modi.
That's about it.— Ramesh Srivats (@rameshsrivats) November 8, 2017
इसके बाद भी हालांकि एक बड़े विभाग के लोगों ने नरेंद्र मोदी के इस फैसले की सराहना की है। ट्विटर पर किये गए एक सर्वे के मुताबिक 64 फीसदी लोगों ने नोटबंदी को अच्छा कदम माना है, वहीँ 36 फीसदी लोगों ने इसे गलत बताया है।
Did #demonetisation HELP or HURT India?
— Faye DSouza (@fayedsouza) November 7, 2017
इस दौरान सरकार और उनके समर्थकों ने नोटबंदी के कीर्तिमान गिनाए। खुद नरेंद्र मोदी ने सुबह ट्वीट करके देशवासियों को इसदिन पर बधाई दी।
I bow to the people of India for steadfastly supporting the several measures taken by the Government to eradicate corruption and black money. #AntiBlackMoneyDay
— Narendra Modi (@narendramodi) November 8, 2017
मोदी ने इस दौरान नोटबंदी की उपलब्धियों को देशवासियों के साथ साझा किया।
125 crore Indians fought a decisive battle and WON. #AntiBlackMoneyDay pic.twitter.com/3NPqEBhqGq
— Narendra Modi (@narendramodi) November 8, 2017
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस दौरान इसे साहसिक कदम बताया।
Post #demonetisation our country has moved on to a much cleaner, transparent&honest financial system.Which will benefit future generations.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) November 7, 2017
Stone pelting incidences in J&K and naxal activities in LWE affected areas are reduced significantly due to the impact of #demonetisation.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) November 7, 2017
https://twitter.com/DrGPradhan/status/928140074201448448
Demonetisation – One decision that changed the face of India’s economy for the better. #AntiBlackMoneyDay pic.twitter.com/9fw12sEtgj
— Smriti Z Irani (@smritiirani) November 8, 2017