सोमवार को देश की एकमात्र प्राइवेट वेदर फॉरकॉस्ट ऐजेंसी द्वारा प्राप्त एक रिपोर्ट के अनुसार, यह संभावित है कि साल 2019 में देश में सामान्य मानसून आएगा। इससे कृषि व अर्थव्यवस्था में $2 ट्रिलियन वृद्धि होने का अनुमान है। स्काईमेट के सीईओ जतिन सिंह ने कहा कि,”50% से अधिक संभावना है कि भारत में इस साल सामान्य बारिश होगी। अत्याधिक बारिश या सूखा पड़ने के आसार कम हैं।”
साल 2018 में जुलाई-सितंबर के महीने तक मानसून 91 फीसद रहा था, जो कि अनुमान से ज्यादा था। भारतीय अर्थव्यवस्था खेती की नजरिए से बेहद अहम है, ऐसे में मानसून का भारत के लिए बड़ा महत्व है।
बता दें कि, बारिश का लांग पीरियड औसतन 96 से 104 फीसद होता है तो इसे सामान्य मानसून कहा जाता है।
सामान्य मानसून का सीधा असर खेती पर पड़ता है। मानसून के सामान्य आने से फसल अच्छी होती है, जिससे ग्रामीण इलाकों की आय बढ़ती है। जिसका फायदा कुल अर्थव्यवस्था को मिलता है।