पुलवामा हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ते जा रहे हैं। स्थिति विपरीत जानते हुए बीते दिन तीनों सेनाप्रमुखों ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बैठक की। जिसके बाद यह निर्णय लिया गया कि,’सेना प्रमुखों के लिए सुरक्षा व्यवस्था में इजाफा कर दिया जाएगा। वायुसेना व नौसेना प्रमुखों को जेड-प्लस सिक्युरिटी मुहैया कराई जाएगी।’
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि,”शुक्रवार को गृह मंत्रालय में हुई बैठक के बाद वायुसेना व नौ-सेना के प्रमुखों के सुरक्षा इंतजामों में बढ़ोत्तरी करने की बात हुई है। अब इन दोनों को जेड-प्लस सिक्युरिटी दी जाएगी। इस तत्काल लागू करने का भी आदेश दे दिया गया है।”
मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आर्डर के मुताबिक,”मंत्रालय में वायु सेना प्रमुख, एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोआ और एडमिरल सुनील लांबा के संबंध में सुरक्षा व्यवस्था की जांच की गई है। केंद्रीय सूची में उन्हें ‘जेड-प्लस’ श्रेणी सुरक्षा प्रदान करने का निर्णय लिया गया है।”
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा,”हमने कल शाम गृह मंत्रालय से आदेश प्राप्त किया कि वायु सेना और नौसेना के जवानों को जेड-प्लस सुरक्षा प्रदान की जाए। उनके सुरक्षा विस्तार को आज से बढ़ाकर जेड-प्लस की श्रेणी में कर दिया गया है।”
गृह मंत्रालय के अधिकारी ने यह बताया कि,”चूंकि सेना प्रमुख के पास पहले से ही पर्याप्त सुरक्षा है, इसलिए वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए और खतरे के स्तर का आकलन करते हुए वायु सेना और नौसेना प्रमुखों के साथ सुरक्षा घेरा बढ़ाने का निर्णय लिया गया।”
ज्ञात हो कि जेड-प्लस श्रेणी की सुरक्षा देश की सर्वोच्च श्रेणी की सुरक्षा है जिसमें 10 राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड या एनएसजी कमांडो सहित 55 कर्मियों का सुरक्षा कवर शामिल है। एनएसजी कमांडो परिष्कृत एमपी-5 बंदूकें और आधुनिक संचार उपकरणों से लैस होते हैं।