पाकिस्तान ने भारत के साथ वार्ता को बहाल करने की इच्छा के संकेत दिए हैं। दो परमाणु संपन्न देशों के मतभेदों के साये में नरेंद्र मोदी की सत्ता पाए वापसी तय हो गयी है। हालाँकि भारत के लिए संभावित खतरा हो सकता है क्योंकि पाकिस्यान ने शाहीन-2 के ट्रेनिंग प्रशिक्षण करने का भी ऐलान किया है।
यह सतह से सतह तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल है। उनके मुताबिक, यह 1500 मील की दूरी तक परमाणु हथियारों को ले जाने में सक्षम है।
पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने एक बयान में कहा, “परीक्षण करने का मकसद सेना की रणनीतिक बल कमान की सैन्य तत्परता को सुनिश्चित करना है। शाहीन-2 मिसाइल परंपरागत और आण्विक दोनों प्रकार के हथियारों को 1,500 किलोमीटर की मारक क्षमता में पहुंचाने में सक्षम है।”
यह परीक्षण भारत द्वारा ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के हवाई वर्जन को दूसरा परीक्षण शुरू करने के एक दिन बाद किया गया है।
उसका कहना है कि शाहीन-2 काफी सक्षम मिसाइल है जिससे क्षेत्र में वांछित निवारण क्षमता को बनाए रखने के लिए पाकिस्तान की रणनीतिक जरूरतें पूरी होती है।
पाकिस्तानी अखबार डॉन ने आईएसपीआर के हवाले से कहा कि लांच पैड का प्रभाव अरब सागर में देखा गया।
पाकिस्तान की सेना ने बयान जारी कर कहा कि शाहीन ll एक उच्च स्तर की क्षमता की मिसाइल है जो क्षेत्र में शांति के लिए पाकिस्तान की रणनीतिक जरूरतों को पूरा करती है।
बुधवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरेशी ने अपने भारतीय समकक्षी सुषमा स्वराज के साथ बिश्केक में आयोजित संघाई सहयोग संगठन की बैठक के इतर थोड़ी देर बातचीत की थी।
वार्ता के बाद उन्होंने कहा कि हमने कड़वाहट से बातचीत कभी नहीं की। हम एक बेहतर पड़ोसियो के तरह रहना चाहते हैं और अपने बीच पनपे मतभेदों को बातचीत से सुलझाना चाहते हैं।
बीते कुछ महीनों में भारत और पाकिस्तान के बीच काफी मतभेद था और दोनो दुश्मन विवादित क्षेत्र कश्मीर की वजह से जंग की स्थिति में आ गए थे। साल 1947 में ब्रिटिश हुकूमत से आज़ादी के बाद दोनों मुल्क कश्मीर पर अपना दावा ठोकते हैं।
कश्मीर में 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर हमला हो गया था जिसमे 40 सीआरपीएफ के जवानों की मौत हो गयी थी। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान समार्थित आतंकी समूह जैश ए मोहम्मद के दबाव ले लिया था ।
कश्मीर मामले पर समाधान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने निरंतर वार्ता की बहाल करने की इच्छा व्यक्त की है ।खान ने कहा कि भारत के साथ बातचीत बहाल करने के लिए शांति वार्ता के कई पहलू अभी शेष है।