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    भारतीय सेना

    भारत और पाकिस्तान के बीच सालों से विवाद जारी है। इसमें सबसे अहम् मुद्दा कश्मीर का है। 1948 में पहली बार कश्मीर के लिए दोनों देशों में युद्ध शुरू हुआ था। उसके बाद से आज तक 70 साल हो चुके हैं, लेकिन विवाद जारी है।

    भारत और पाकिस्तान दोनों परमाणु शक्तियां है। ऐसे में दोनों देशों के बीच बड़े स्तर का युद्ध दोनों के लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है। भारत ने कश्मीर में पाकिस्तान से निपटने के लिए अब एक नयी रणनीति अपना ली है। भारत ने इसे छोटे स्तर का शीत युद्ध नाम दिया है।

    आपको बता दें शीत युद्ध बड़े स्तर का युद्ध नहीं होता है। इसमें दोनों सेनाएं कभी एक दूसरे के सामने नहीं आती हैं। भारत लगातार छोटे छोटे ऑपरेशन करके कश्मीर में अपनी पैठ मजबूत कर रहा है।

    सस्बे पहले भारतीय सेनाओं ने कश्मीर में मौजूद सभी आतंकी संगठों के नेताओं को साफ़ किया। इसके बाद सेना ने एनआईए के साथ मिलकर घाटी में पत्थरबाजों से निपटा। एनआईए ने पिछले दो महीनों में करीबन 100 पत्थरबाजों को गिरफ्तार किया है। इसके चलते पिछले कुछ दिनों से घाटी में शान्ति का माहौल है।

    भारत की यह रणनीति काफी हद तक काम करती नज़र आ रही है। भारत की इस नीति के बारे में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र में भी चर्चा की थी। उन्होंने कहा था कि भारत की इस नीति से कश्मीर में लगातार आम जनता को परेशान होना पड़ता है। उन्होंने इसे मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया था।

    हाल ही में भारतीय थल सेना प्रमुख बिपिन रावत ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि पाकिस्तान के खिलाफ यही रणनीति असरदार रहेगी। भले ही इसका असर जल्द दिखाई ना दे, लेकिन भविष्य में इसका असर जरूर दिखाई देगा।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।