Wed. Apr 24th, 2024
    गोरखालैंड विवाद बिमल गुरुंग

    बंगाल के दार्जिलिंग में पिछले करीबन 104 दिनों से नए राज्य गोरखालैंड की मांग से चल रही हिंसा का माहौल अब शांत हो गया है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने गोरखालैंड छेत्र के नेता बिमल गुरुंग से मुलाकात करने की बात कही और उनसे इसे बंद करने को कहा।

    गुरुंग ने बताया, ‘गृह मंत्री ने कहा है कि अगले 15 दिनों के भीतर इस मुद्दे पर एक बैठक होगी, इस कारण से हम इस विवाद को कल बुधवार सुबह 6 बजे से बंद कर देंगे। सुबह 6 बजे से दार्जलिंग में सब कुछ सामान्य हो जाएगा।’

    बंगाल के उत्तरी इलाके में काफी वर्षों से नए राज्य की मांग हो रही है। यहाँ के लोगों का मानना है कि यहाँ की जनता और बंगाल की जनता में काफी फर्क है। यहाँ के लोग नेपाली और पहाड़ी भाषा बोलते हैं, जबकि बंगाल में बंगाली और उर्दू बोली जाती है। इसके अलावा बंगाल की ममता बनर्जी सरकार यहाँ के लोगों को जबरदस्ती बंगाली पढ़ाये जाने पर जोर दे रही थी।

    इन सब कारणों से इस इलाके में एक नए राज्य ‘गोरखालैंड’ की मांग पिछले काफी सालों से उठ रही थी। यहाँ के नेता बिमल गुरुंग ने कहा था कि राज्य में उनके साथ लगातार अन्याय हो रहे हैं। स्कूलों में बच्चों को जबरदस्ती बंगाली पढाई जा रही है। इसके अलावा यहाँ की सरकार भी इस इलाके की तरफ कुछ खासा ध्यान नहीं दे रही है। इसी के चलते यहाँ के लोगों ने इस साल जून के महीने में नए राज्य की मांग करते हुए आंदोलन शुरू किया था।

    अंततः कल राजनाथ सिंह ने इस मुद्दे पर बात करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, ‘मैंने गृह सेक्रेटरी से बात करके गृह मंत्रालय में एक बैठक बुलाने की घोषणा की है, जिसमे इन सभी मुद्दों पर बातचीत की जायेगी। मैं गोरखा जनमुक्ति मोर्चा और इसके नेता बिमल गुरुंग से अपील करता हूँ कि वे इस हड़ताल को बंद करें और शांति का माहौल बनाने में मदद करें।’

    पिछले कुछ दिनों में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने गृह मंत्री से दिल्ली में तीन बार मुलाकात की है। इस दौरान पार्टी नेताओं ने अपनी मांगों को सिंह के सामने रखा था। सिंह ने इसपर कहा था, ‘किसी भी गणतंत्र में बातचीत के जरिये ही किसी भी मुद्दे को सुलझाना सबसे उपयुक्त उपाय है।’

    इससे पहले सिंह ने पार्टी के नेताओं को बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात कारण की बात कही थी। ममता ने इस पर कहा था कि वे बंगाल का फिर से विभाजन नहीं होने देगी।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।