भारत व पाकिस्तान के बीच विवाद लगातार बना हुआ है। पाकिस्तान की तरफ से आए दिन सीमापार से गोलीबारी की जा रही है। जिस वजह से भारत व पाकिस्तान के बीच में शांति वार्ता नहीं हो पा रही है। लेकिन भारत व पाकिस्तान के बीच व्यापारिक संबंध भी बने हुए है। दोनों देशों के बीच कई वस्तुओं का आदान-प्रदान किया जाता है।
हाल ही मे भारत व पाकिस्तान के व्यापारिक प्रतिनिधियों ने मुद्दों को हल करने के लिए बैंकाक में एक बैठक आयोजित की। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ती शत्रुता को देखते हुए दोनो देशों के प्रतिनिधियों ने विदेश में ही बैठक कर मुलाकात करना सही समझा।
बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ाने के लिए बैंकिंग सुविधा जैसे कदम उठाने पर जोर दिया। इसके लिए संबंधित सरकारों को सिफारिश करने का संकल्प भी लिया।
जम्मू चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के जनरल सचिव मनीष गुप्ता ने इस बारे मे लिखित जानकारी दी। नियंत्रण रेखा के दोनों ओर के चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। ये बैठक 25-27 जनवरी को बुलाई गई थी। जम्मू-कश्मीर व पीओके के व्यापारियों के बीच में 2008 में वस्तु विनिमय प्रणाली के साथ इसकी शुरूआत की थी।
क्षेत्रों में कनेक्टिविटी के सुधार पर दिया जोर
किसी भी समस्या के समाधान के लिए और उनके बीच बेहतर समन्वय के लिए, जम्मू-कश्मीर संयुक्त वाणिज्य एवं उद्योग मंडल का गठन साल 2013-14 में किया गया। प्रत्येक क्षेत्र से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने चर्चा की।
इस दौरान मुख्य फोकस पूरे क्षेत्रों में कनेक्टिविटी के सुधार पर था। व्यापार और उद्योग को बढ़ाने के लिए प्रतिनिधियों ने समझौते ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए। बैंकिंग व्यवस्थाओं सहित आर्थिक और सांस्कृतिक कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए भविष्य के उपायों का भी प्रस्ताव दिया गया।