भारतीय रक्षा मंत्रालय के विशेषज्ञों के अनुसार भारत और चीन को ब्रह्मपुत्र नदी के पानी ने लिए समझौता कर लेना चाहिए। फिलहाल, कौन देश कितना पानी लेगा, इसपर कोई समझौता नहीं है।
हाल ही में यह खबर आयी थी कि चीन 1000 किमी लम्बा एक टनल बनाने की सोच रहा है जिसके जरिये भारत को मिलने वाला पानी चीन के जिंजिआंग इलाके में भेजा जा सकेगा। चीन ने हालाँकि इस खबर को गलत बताया है।
रक्षा विशेषज्ञ उदय भास्कर ने बताया, ‘ यह बहुत निंदनीय है कि चीन अब ब्रह्मपुत्र नदी के पानी को विश्व का सबसे बड़ा टनल बनाकर अपनी और खींचना चाहता है। भारत, चीन और बांग्लादेश के बीच ब्रह्मपुत्र नदी के पानी को लेकर कोई समझौता नहीं है। पहले भी चीन ने ब्रह्मपुत्र नदी के पानी पर भारत के साथ रिपोर्ट साझी नहीं की थी। लेकिन सारे पानी को अपनी और खींचना एक बहुत अलग कार्य है।’
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि चीन पानी की दिशा बदलता है तो इससे इलाके में बड़ा भूकंप भी आ सकता है।