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    सेनाप्रमुख बिपिन रावत

    भारतीय थल सेना प्रमुख बिपिन रावत का मानना है कि भारत को चीन और पाकिस्तान के खिलाफ एक साथ युद्ध लड़ने के लिए तैयार रहना होगा। जनरल का यह बयान डोकलाम विवाद के ख़तम होने के एक सप्ताह बाद आया है।

    कल दिल्ली में हुई एक बैठक में जनरल बिपिन रावत ने कहा कि चीन ने अपने पैर फैसलाने शुरू कर दिए हैं और वो सीमा पर भारत को समय समय पर चुनौती देगा। भारत को इसके लिए तैयार रहना होगा। रावत के अनुसार पाकिस्तान पश्चिम में इसका फायदा उठा सकता है।

    साफ़ है चीन डोकलाम में अपनी शर्मनाक वापसी को भूलेगा नहीं और समय आने पर घुसपैठ की कोशिश जरूर करेगा। जनरल रावत के मुताबिक चीन भारत को परेशान करने के लिए कई छोटे छोटे टकराव कर सकता है।

    जनरल रावत ने भारत को उत्तरी सीमा पर तैयार रहने को कहा है। पिछले कुछ दिनों में चीन द्वारा लगातार घुसपैठ के मामले सामने आये हैं। ऐसे में जनरल रावत का मानना है कि ये विवाद पूरी तरह से ख़तम नहीं होंगे और पाकिस्तान इसका फायदा उठाने की जरूर कोशिश करेगा।

    जाहिर है कुछ समय पहले भारत और चीन के बीच भारी सीमा विवाद हुआ था। दोनों देशों की सेनाएं करीबन 73 दिनों तक एक दूसरे के सामने थी। चीन की और से लगातार युद्ध की धमकियाँ आ रही थी, लेकिन भारत इसे शांति से सुलझाना चाहता था। चीन ने हांलांकि समझदारी दिखते हुए अपनी सेना को पीछे बुलाने का फैसला कर लिया था। इसके बावजूद यह मानना कि विवाद पूरी तरह से टल गया है, सही नहीं होगा।

    चीन की चतुराई किसी से छुपी नहीं है। दक्षिणी चीन सागर में भी चीन अपनी पैठ ज़माने के लिए समय समय पर छोटे देशों को परेशान करता आया है। चीन अपनी सीमा को लगातार फैलाना चाहता है, और इसके लिए वह युद्ध के लिए भी राजी है। चीन को हांलांकि यह समझना होगा, कि भारत इन देशों से अलग है। भारत में घुसने के लिए उसे हर तरफ से तैयार रहना होगा।

    हम्बनटोटा बंदरगाह
    हम्बनटोटा बंदरगाह

    भारत ने हिन्द महासागर में अपनी पैठ जमाना शुरू कर दी है। भारत बहुत जल्द बांग्लादेश, वियतनाम समेत कई छोटे छोटे देशों के साथ पानी में एक युद्धाभ्यास करेगा। इसके अलावा भारत ने दक्षिणी श्रीलंका में बहुत बड़ी राशि निवेश की है, जिससे भारत को श्रीलंका के हम्बनटोटा बंदरगाह में हिस्सेदारी मिलेगी। अगर भारत हम्बनटोटा बंदरगाह में पहुँच जाता है, तो दक्षिणी ओर से चीन की गर्दन पकड़ी जा सकती है। चीन के विशाल व्यापारिक साम्राज्य के लिए हिन्द महासागर बहुत जरूरी है। ऐसे में भारत को परेशान कर वह शांति से व्यापार नहीं कर सकता।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।