भारत और इंग्लैंड के बीच तीन टी-20 मैचो की सीरीज का पहला वनडे मैच सोमवार को गुवाहाटी के बर्सपरा स्टेडियम में खेला गया। जहां मेहमान टीम ने मेजबान टीम को 41 रन से मात दी है।
मैच में पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की टीम ने निर्धारित 20 ओवर में चार विकेट के नुकसान में 160 रन बनाए। जिसमें इंग्लैंड की टीम से टैमी ब्यूमोंट ने (57 गेंदो में 62) और कप्तान हीदर नाईट ने (20 गेंदो में 40 रन) की पारी खेली। यह हार भारत की खेल के छोटे प्रारूप में लगातार पांचवी हार है, और यह दर्शाता है कि डब्ल्यूवी रमन की टीम को अगले साल टी-20 विश्वकप से पहले कड़ी मेहनत करनी है।
भारत ने इस पहले न्यूजीलैंड में न्यूजीलैंड के खिलाफ 3 मैचो की टी-20 सीरीज 0-3 से गंवाई थी और इंग्लैंड के खिलाफ भी सामान्य स्थिति दौहराई दिखती है अगर टीम आखिरी के दो टी-20 मैचो में जीत हासिल नही कर पाई। पहले टी-20 मैच से पहले मेहमान टीम की गति प्रभावशाली थी क्योंकि उन्होने भारत को सीरीज के आखिरी वनडे मैच में भी मात दी थी। मंधाना जो 22 साल की उम्र में भारत की सबसे युवा टी-20 कप्तान बनी है ने कहा, भारतीय टीम को डेथ ओवर में कठिन गेंदबाजी करनी होगी।
पोस्ट-मैच समारोह में मंधाना ने कहा, ” हमने आखिरी के ओवरो में 10-15 रन ज्यादा लुटाए। और बल्लेबाजी में भी हमारी शुरूआत कुछ खास नही रही। लेकिन इस बात से खुशी है कि अरुंधति रेड्डी, शिखा पांडे और दिप्ती शर्मा ने आखिरी में अच्छी बल्लेबाजी की। यह हमारे लिए एक अच्छी बात है। किसी को भी पीछे मुड़कर मत देखना और आंकड़े देखना। हर दिन हम मैच जीतने के बारे में सोचते हैं।”
ओपनर ब्यूमोंट और डेनिएल व्याट ने इंग्लैंड को एक अच्छी शुरूआत दी और पहले विकेट के लिए 89 रन को साझेदारी की। आखिरी में कप्तान हीदर नाईट ने बची-कुची असर पूरी करते हुए अपने 20 गेंदो की पारी में 7 चौको के साथ 40 रन बनाए। भारत को एक झटका देने वाली शुरूआत मिली क्योंकि भारत के टॉप 3 बल्लेबाज 23 रन पर पवैलियन लौट गए थे। मध्य क्रम गंभीर दबाव में था और वे मैच जीतने में कामयाब नही हो पाए।
वरिष्ठ खिलाड़ी मिताली राज (11 गेंदो में 7 रन) और वेदा कृष्णमूर्ति (15 रन) की इस मुश्किल परिस्थितियों में अपने योगदान से कुछ ज्यादा नही कर पाई। दीप्ति शर्मा (22), रुंधति रेड्डी (18) और शिखा पांडे (23), अंत में कुछ रन स्कोरबोर्ड में जोड़नें में कामयाब रही। जीत के लिए इंग्लैंड की कप्तान हीदर नाईट ने अपने खिलाड़िय़ो की प्रशंसा की है।
उन्होने कहा, “ऐसा महसूस हुआ जैसे हमने आखिरी एकदिवसीय मैच में ब्रेक लिया था जहाँ लड़कियों ने खेल को जीतने के लिए शानदार चरित्र दिखाया। गेंद यहाँ अच्छी तरह से आ रही थी। दूसरे छोर पर टैमी अच्छी तरह से चल रही थी। मैं गेंद को काफी अच्छी तरह से देख रही था। टीम की जीत लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात टीम का प्रदर्शन है।”