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    भारतीय रिजर्व बैंक का फैसला, क्रेडिट कार्डधारक अब UPI के जरिए भी कर सकेंगे ट्रांजेक्शन

    भारतीय रिजर्व बैंक के गर्वनर शक्तिकांत दास ने बुधवार को कहा कि क्रेडिट कार्ड को United Payments Interface से जोड़ने की अनुमति देने का प्रस्ताव दिया है। आरबीआई ने कहा, यह सुविधा शुरुआत में आवश्यक सिस्टम डेवलपमेंट पूरा होने के बाद रुपे क्रेडिट कार्ड के लिए इनेबल की जाएगी। 

    गर्वनर ने सूचित किया है कि यूपीआई भारत में भुगतान का सबसे समावेशी तरीका है जिसमें 26 करोड़ से अधिक उपयोगकर्ता और प्लेटफार्म पर पांच करोड़ व्यापारी शामिल हैं। सिर्फ मई 2022 के महीने में UPI के माध्यम से 10.40 लाख करोड़ रुपये की राशि के 594 करोड़ 63 लाख लेनदेन किए गए हैं।

    रिजर्व बैंक को उम्मीद है कि क्रेडिट कार्ड को UPI से जोड़ने से ग्राहकों को भुगतान करने के लिए अधिक अवसर और सुविधा मिलेगी। आरबीआई ने कहा, इस संबंध में भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम द्वारा आवश्यक निर्देश जारी किए जाएंगे। NPCI ने UPI को तत्काल रीयल-टाइम भुगतान प्रणाली के रूप में विकसित किया था जो अंतर-बैंक पीयर-टू-पीयर और व्यक्ति-से-व्यापारी लेनदेन की सुविधा प्रदान करता है।

    वर्तमान में मशीन स्वैप या आनलाइन के जरिये ही क्रेडिट कार्ड से भुगतान किया जा सकता है। UPI से जुड़ने के बाद क्रेडिट कार्डधारक सभी प्रकार के लिए भुगतान कर सकेंगे। गौरतलब है कि इसके लिए  कार्डधारकों को अपनी जेब काटनी पर सकता है।

    अभी घरेलू कार्ड बाजार में वीजा और मास्टर जैसी अमेरिकी कंपनियों ने अपना कारोबार बढ़ा रखा है। रूपे क्रेडिट कार्ड को UPI से जोड़ने की शुरुआत होने से इनकी मांग बढ़ेगी। 

    रिजर्व बैंक ने एक अन्य महत्वपूर्ण घोषणा में ई-मैंडेट आधारित आवर्ती भुगतान की सीमा पांच हजार रुपये से बढ़ाकर पंद्रह हजार रुपये कर दी है। आज जारी एक बयान में, आरबीआई ने कहा, उसे हितधारकों से सदस्यता, बीमा प्रीमियम, शिक्षा शुल्क जैसे बड़े मूल्य के भुगतान की सुविधा के लिए सीमा बढ़ाने का अनुरोध प्राप्त हो रहा है।

    बैंक ने बताया कि इस ढांचे के तहत अब तक 6.25 करोड़ से अधिक मैंडेट पंजीकृत किए जा चुके हैं। इसमें कहा गया है कि ग्राहकों की सुविधा को और बढ़ाने और भुगतान की सुविधा, सुरक्षा और सुरक्षा जैसे लाभों का लाभ उठाने के लिए सीमा बढ़ाई जा रही है।

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