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    भारतीय फुटबॉल टीम

    नई दिल्ली, 24 मई (आईएएनएस)| अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) और आई-लीग क्लबों के बीच का मतभेद किसी से छिपा नहीं है। भारत में शीर्ष लीग कौन सी होगी इसे लेकर महासंघ एवं क्लबों के बीच में जारी विवाद का खामियाजा खिलाड़ियों को भी भुगतना पड़ा है।

    फरवरी में समाप्त हुए एएफसी एशियन कप और जून में होने वाले किंग्स कप के लिए चुनी गई टीम में लगभग सभी खिलाड़ी इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में खेलते हैं। भारतीय फुटबाल टीम के नए मुख्य कोच इगोर स्टीमाक का भी कहना महासंघ और क्लबों के बीच जारी यह विवाद होना चाहिए क्योंकि इससे उन्हें खास मदद नहीं मिलेगी।

    स्टीमाक ने आईएएनएस से कहा, “किसी भी प्रकार के विवाद से हमें नुकसान होगा। जैसा कि मैंने पहले कहा हम यहां बैठकर बात करने के लिए हैं, मैं यहां मदद करने के लिए आया हूं।”

    स्टीमाक ने कहा, “लीग और महासंघ के बीच बातचीत करना मेरा काम नहीं है, खिलाड़ियों का चयन करने के अलावा, मेरा काम यह देखना होगा कि लीग कैसे चलाई जा रही है और किन चीजों को बेहतर किया जा सकता है। फिर मैं राष्ट्रीय टीम के निदेशक समेत मेरे ऊपर मौजूद अधिकारियों को सुझाव दूंगा और वे लोग इस बारे में सोचेंगे। आई-लीग और आईएसएल समेत सभी कोच, हर कोई खुश होना चाहिए और हम जो भी करें वह राष्ट्रीय टीम के हित में होना चाहिए।”

    स्टीमाक के साथ भारतीय टीम के नए टेक्निकल डायरेक्टर इसाक डोरू भी मौजूद थे। डोरू को इंग्लिश क्लब आर्सेनल के दिग्गज कोच आर्सेन वेंगर के साथ भी काम करने का अनुभव है।

    यह पूछे जाने पर कि भारत खिलाड़ियों के खेल को बेहतर करने के लिए वह क्या कदम उठाएंगे? डोरू ने कहा, “यह चीज मायने नहीं रखती कि हम कितने मैच खेलते हैं। सबसे अहम यह है कि हम किसी तरीके का फुटबाल खेलते हैं। हमें मॉर्डन गेम को अपनाना पड़ेगा। हमारा गेम सिंक्रोनाइज्ड होना चाहिए जोकि फुटबाल का सबसे अहम हिस्सा है।”

    डोरू ने कहा, “सिंक्रोनाइज्ड का मतलब यह है कि जब हम अटैक कर रहे हों तो उस समय हमें डिफेंस का भी ध्यान हो और डिफेंस करते वक्त, हम अटैक करने पर भी अपनी नजर बाए रखें। मौजूदा समय में फुटबाल ऐसे ही खेली जाती है।”

    स्टीमाक के मार्गदर्शन में पांच जून से थाईलैंड में शुरू होने वाले किंग्स कप में खेलने के लिए भारतीय टीम एक जून को यहां से रवाना होगी।

    भारतीय टीम को किंग्स कप के बाद जुलाई में इंटरकॉन्टिनेंटल कप में भी भाग लेना है। भारत के अलावा सीरिया, उत्तर कोरिया और ताजिकिस्तान की फुटबाल टीमें भी सात जुलाई से शुरू होने वाले इंटरकॉन्टिनेंटल कप में हिस्सा लेंगी।

    मेजबान टीम इस टूर्नामेंट में अपना खिताब बचाने उतरेगी। भारत ने अपनी मेजबानी में इसके पहले संस्करण में केन्या को हराकर खिताब जीता था।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

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