कभी ममता बनर्जी के विश्वसनीय रहे मुकुल रॉय जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं। देश के पूर्व रेल मंत्री मुकुल रॉय ने आज दिल्ली में भाजपा नेताओं से मुलाकात की और आगे की रणनीति पर चर्चा की। मुकुल रॉय ने दुर्गा पूजा से पहले ही तृणमूल कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर दिया था। उन्होंने कहा था कि दशहरे के बाद वह तृणमूल कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे देंगे। पिछले कुछ वक्त से मुकुल रॉय भाजपा की विचारधारा से प्रेरित बयान दे रहे थे और उन्होंने भाजपा को धर्मनिरपेक्ष दल कहा था।
ममता सरकार द्वारा दुर्गा मूर्ति विसर्जन पर रोक लगाए जाने से उत्पन्न हुए विवाद को उन्होंने पश्चिम बंगाल सरकार की विफलता करार दिया था। मुकुल रॉय ने इस सन्दर्भ में आज पश्चिम बंगाल भाजपा प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय से मुलाकात की। मुकुल रॉय का भाजपा में शामिल होना तृणमूल कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
Delhi: Mukul Roy meets BJP in-charge of West Bengal Kailash Vijayvargiya. pic.twitter.com/w9UqHc3ZCL
— ANI (@ANI) October 9, 2017
नवरात्रि के दौरान 25 सितम्बर को जब मुकुल रॉय ने तृणमूल कांग्रेस छोड़ने का ऐलान किया उसके चन्द घंटे बाद ही तृणमूल कांग्रेस ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया। तृणमूल कांग्रेस महासचिव पार्थ चटर्जी ने प्रेस वार्ता कर इस सम्बन्ध में सूचना दी। उन्होंने कहा था कि मुकुल रॉय की पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता पाई गई है और इस वजह से उनपर अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है।
बता दें कि हालिया संपन्न निकाय चुनावों में भाजपा ने पश्चिम बंगाल में अपने प्रदर्शन में जबरदस्त सुधार किया था और सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के बाद दूसरे स्थान पर रही थी। भाजपा पश्चिम बंगाल में जड़ें जमाने के लिए पिछले कुछ वक्त से तरह-तरह के लोक लुभावन कार्यक्रम चला रही है और लोगों को खुद से जोड़ रही है। भाजपा ने 2014 लोकसभा चुनावों में पश्चिम बंगाल के दूसरे सबसे बड़े शहर आसनसोल की सीट पर जीत दर्ज की थी। इन चुनावों में भाजपा के वोट प्रतिशत में अच्छी-खासी बढ़ोत्तरी देखी गई थी जिसके बाद से भाजपा लगातार पश्चिम बंगाल पर ध्यान केंद्रित किए हुए हैं।