Sat. Nov 23rd, 2024
    गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी

    गुजरात विधानसभा चुनाव की लड़ाई सिर्फ मंच से नहीं बल्कि मंच से नीचे भी लड़ी जा रही है। बदलते हुए वक्त के साथ यह लड़ाई जमीनी प्लस तकनीकी हो गयी है। जी हां, इस चुनाव की लड़ाई को अब सोशल मीडिया की सहायता से लड़ा जा रहा है। लड़ाई के तौर तरीके भी बहुत नए और अलग है। घात और प्रतिघात सामने से नहीं बल्कि कम्प्यूटर और मोबाइल स्क्रीन के पीछे से छुपकर किए जा रहे है।

    लड़ाई का यह नया तरीका इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्यूंकि इसमें अक्सर हमला करने वाले की पहचान छुपी रहती है। हमलवार भी इस बात को अच्छी तरह से जानते हैं कि उनके द्वारा भेजे गए मैसेज तो सबके सामने होंगे लेकिन उनकी पहचान का पता लगाना बहुत मुश्किल होगा। यही कारण है कि सोशल मीडिया में इस समय गुजरात विधानसभा चुनाव से जुड़ी अफवाहों का बाजार गर्म है।

    छोटी-मोटी घटनाओं की बात और थी, लेकिन हद तब हो गयी जब किसी ने भरत सिंह सोलंकी का फर्जी इस्तीफा पत्र सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। इस पत्र को वायरल होने में जरा सी भी देर नहीं लगी और यह इस्तीफा पत्र पल भर में ही सबके मोबाइल और कंप्यूटर स्क्रीन पर दिखाई देने लगा।

    लोगों ने भी इसको बिना सोचे समझे एक दूसरे से शेयर कर दिया। इस खत को इतने शातिर तरीके से लिखा गया है कि पहली नजर में तो इसे कोई भी असली समझ ले। खत में बाकायदा भरत सोलंकी के हस्ताक्षर है, जिसमे उन्होने सोनिया गाँधी से अपना इस्तीफा माँगा है।

    गौरतलब है कि सोशल मीडिया में सिर्फ खत ही वायरल नहीं हुआ बल्कि खत लिखने का कारण भी वायरल हुआ। जितने मोबाइल उतने सवाल और उतने ही जवाब। किसी ने इस्तीफे की वजह टिकट आवंटन को बताया तो किसी ने सोलंकी के साथ कांग्रेस के मतभेदों को आधार बनाया। लोग अपनी ही तरह से इस पुरे घटनाकर्म को परिभाषित करते रहें।

    मामला इतना बढ़ गया कि खुद भरत सोलंकी को इसमें हस्तक्षेप करना पड़ा। भरत इस पुरे घटनाक्रम से एक दम आश्चर्यचकित रह गए। उन्होने अपने नाम से वायरल हो रहें इस इस्तीफे को फर्जी बताया और इसके लिए बीजेपी को दोषी करार दिया।

    सोलंकी ने कहा बीजेपी गिरी हुई और सस्ती राजनीती कर रही है। इस मामले में उन्होने कई ट्वीट भी किए। अपने एक ट्वीट में उन्होनें कहा कि ”मैं पार्टी का समर्पित सिपाही हूं और हमेशा बना रहूंगा। मेरे दस्तखत के साथ सोशल मीडिया पर जो इस्तीफे का खत चल रहा है तथा जिसमें दावा किया जा रहा है कि मैंने गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है वो पूरी तरह से फर्जी है”

    अपने एक और ट्वीट में उन्होनें कहा है कि ”हर वर्ग के लोग इस जनविरोधी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए हमारे साथ आ रहे हैं, इसलिए गुजरात में कांग्रेस की बढ़ती लोकप्रियता से बीजेपी निराश और घबराई हुई है। असल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए सोशल मीडिया पर झूठी अफवाह फैलाई जा रही है”

    उन्होनें ऐसे शरारती लोगों को कानूनी करवाई की चेतावनी देते हुए कहा कि मुझे इस घटना से दुःख हुआ है इसलिए अब जो भी कोई इस फर्जी इस्तीफा पत्र के लिए जिम्मेदार है कानूनी करवाई के लिए तैयार रहे।