ब्रिक्स की शुक्रवार को विदेश मंत्रियों की बैठक में भारत ने आर्थिक अपराधियों और भगोड़ो के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। इस बैठक में सड़क, परिवह और राज्यमार्ग के मंत्री वीके सिंह ने इस बैठक में शिरकत की थी क्योंकि विदेश मंत्री जयशंकर ने आखिरी पल में शामिल होने की योजना को रद्द कर दिया था।
उन्होंने कहा कि “ब्रिक्स को आर्थिक अपराधियों और भगोड़ो के खिलाफ एकजुट होकर कार्य जारी रखने की जरुरत है क्योंकि ये विश्व की आर्थिक स्थिरता के लिए गंभीर खतरा है। प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 सम्मेलन में आर्थिक भगोड़े अपराधियों और संपत्ति वसूली के लिए नौ बिन्दुओं के एजेंडा को रखा था।”
सिंह ने कहा कि “ब्रिक्स के सदस्य देश आतंकवाद से स्वयं पीड़ित रहे हैं और इस सदस्य को एक स्पष्ट रुख अपनाने की जरुरत है कि आतंकवादी और उनके समर्थक किसी भी परिदृश्य में आतंकवाद के पीड़ितों के बराबर नहीं हो सकते हैं। भारत न्यूजीलैंड, श्रीलंका, सोमालिया, और विश्व के अन्य भागो में हालिया आतंकी हमलो की कड़ी निंदा करता है।”
उन्होंने कहा कि “आतंकी हमले की बढती संख्या यह साबित करती है कि आतंकवादियों के समक्ष हथियारों और धन की कमी कभी नहीं होती है इसलिए ब्रिक्स को सभी राज्यों से आतंकी समूहों को वित्तपोषित न करने और अपनी सरजमीं से आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की अनुमति न देने की मांग करनी चाहिए।”
मंत्री ने कहा कि “ब्रिक्स ने आतंकवाद और चरमपंथ के खिलाफ हमेशा सख्त रवैया दिखाया है और आतंकवाद के अंत के लिए एक व्यापक रणनीति को अपनाया है। आतंकवाद पर वैश्विक सम्मेलन के लिए भारत की मांग के मामले में हम आपसे समर्थन करने का आग्रह करते हैं।”
भाषण के अंत में उन्होंने कहा कि “ब्रिक्स से भारत का महत्वपूर्ण जुड़ाव है और हम परस्पर विश्वास, सम्मान और पारदर्शिता की भावना के साथ ब्रिक्स साझेदारो के साथ मिलकर करीबी से कार्य करना चाहते हैं, ताकि नाता मज़बूत हो सके।”