आज-कल उत्तर प्रदेश के छात्रो मे बोर्ड परीक्षा का भय साफ नजर आ रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कहा कि, बोर्ड परीक्षा को सरल और भय मुक्त बनाने की आवश्यकता है। यूपी की बोर्ड परीक्षाओ मे दस लाख से अधिक छात्रो के अनुपस्थित रहने की घटना के बाद उनका यह बयान सामने आया।
छात्रो की इतनी बड़ी संख्या मे अनुपस्थिति का मामला, योगी आदित्यनाथ के शिक्षा माफियो पर नकेल कसने के बाद सामने आया है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, “जब हमने यह फैसला किया कि हम नकल मुक्त बोर्ड परीक्षाएँ आयोजित करेंगे,तो इसके परिणाम स्वरूप दस लाख छात्र एवं छात्राओं ने बोर्ड की परीक्षा छोड़ दी। यह सिर्फ अब तक के आकड़े है, आगामी समय मे यह आकड़े और बढ सकते है।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह बयान, नरेंद्र मोदी की किताब ‘एग्जाम वाॅरियर’ के उद्घाटन समारोह के समापन पर दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि, “बोर्ड परीक्षाओ को लेकर छात्रो मे भय पैदा किया जा रहा है। प्रधानमंत्री कि किताब इस मामले मे छात्रो कि बहुत मदद कर सकती है। हम इस मामले को गहराई से देख रहे है, और हम इस विषय मे जरूरी और उचित कदम भी उठा रहे है। यह भी आवश्यक है कि यूपी की बोर्ड परीक्षाओ को सरल बनाने के लिए उचित प्रयास किए जाए।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जोर देते हुए कहा कि,”बोर्ड परीक्षाओ को सामान्य दिनचर्या का हिस्सा समझा जाए। उन्होंने काँवर यात्रा का उदाहरण देते हुए कहा कि, पिछले साल गाजियाबाद से हरिद्वार तक चली काँवर यात्रा मे चार करोड़ लोगो ने भाग लिया और हमने इस चुनौती को बखूबी निभाया।”
उन्होंने आगे कहा कि, “मैंने उस समय हालात का जायजा लिया था। मुझे बताया गया था कि,किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए कड़े निर्देश दिए गए थे। यात्रा का रूट बहुत ही संवेदनशील था इसलिए हालात काफी चुनौतीपूर्ण थे, और इसीलिए अफ़सरों ने माईक और लाउडस्पीकर पर पाबंदी लगाई थी।”
“मैंने अफसरों से कहा कि, उच्च न्यायालय के आदेश अनुसार लाउडस्पीकर और माईक से बैन हटाए।” योगी नें आगे कहा।