भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ समीक्षा बैठक की, जिसमें पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के अंतिम तीन चरणों के चुनाव प्रचार अभियान की रणनीति पर चर्चा की गई। बैठक में भाजपा के महासचिव शिव प्रकाश, भाजपा महासचिव भूपेंद्र यादव, बंगाल के सह प्रभारी अमित मालवीय और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान शामिल थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बंगाल में 23 अप्रैल को होने वाली रैलियों में 500 से अधिक लोगों को मौजूद होने की अनुमति नहीं है। हालांकि, प्रधानमंत्री के भाषण को डिजिटल मोड के माध्यम से सभी जिलों में दूसरों के लिए भी उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाएगी।
चुनाव प्रचार के लिए हाइब्रिड मॉडल
भाजपा आईटी प्रमुख और पश्चिम बंगाल के सह-प्रभारी अमित मालवीय ने कोविड -19 मामलों की संख्या को देखते हुए, मंगलवार को घोषणा करते हुए यह कहा की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पास पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के अंतिम दो चरणों के चुनाव प्रचार का एक हाइब्रिड मॉडल होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को मुर्शिदाबाद, बीरभूम, मालदा और दक्षिण कोलकाता में अपनी आखिरी रैली करेंगे।
बचे हुए चरणों के मतदान जिले जिसमें लगभग 65 स्थानों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण लाइव वीडियो रिकॉर्डिंग करके चलाने की सुविधाएं स्थापित की जाएगी। भाजपा नेता ने कहा कि बूथ, मंडल के लोग और पार्टी संरचना के विभिन्न संगठनात्मक इस स्तर पर शामिल होंगे। गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के कार्यक्रमों के लिए भी इसी प्रारूप का पालन किया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 22 और 24 अप्रैल और जेपी नड्डा 25 और 26 अप्रैल को राज्य के दौरे पर आएंगे। मालवीय ने कहा, “ लोगों के पास वोट डालने से पहले सारी जानकारी होगी। वितरित शारीरिक बैठकों के साथ डिजिटल प्रारूप भाजपा के लिए असामान्य नहीं है।”
भाजपा की ओर से यह फैसला तब आया है जब रोजाना भारत 2 लाख कोविड -19 मामले दर्ज कर रहा है। भाजपा ने यह भी सुनिश्चित किया है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और भारतीय चुनाव आयोग द्वारा लागू किए गए दिशा निर्देशों का मूल रूप से पालन किया जाएगा। फेस मास्क और हैंड सैनिटाइजर उपलब्ध कराए जाएंगे। भारतीय जनता पार्टी ने अपनी चुनावी रैलियों और रोड शो में करीब 6 करोड़ मास्क और सैनिटाइज़र बंगाल के लोगों तक पहुंचाएं हैं ।