Fri. Apr 19th, 2024

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में जारी कोरोना की दूसरी लहर के बीच कल रात पहली बार राष्ट्र को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि देश को लॉकडाउन से बचाना है। उन्होंने राज्य सरकारों से भी इसे अंतिम विकल्प मानने की अपील की। साथ ही उन्होंने श्रमिकों से भी अपील का है कि आप जहां हैं, वहीं रहें।

    जल्द ही टीकाकरण अभियान चलने वाला है। इससे पहले उन्होंने आज कोरोना वैक्सीन निर्माताओं के साथ बातचीत की। इस दौरान उन्होंने सभी से अपनी वैक्सीन उत्पादन क्षमता को बढ़ाने का आग्रह किया, ताकि जल्द से जल्द लोगों का टीकाकरण हो सके।

    मज़दूरों से अपील

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जो श्रमिक जहां हैं वहीं रहें। मेरा राज्य प्रशासन से आग्रह है कि वो श्रमिकों का भरोसा जगाए रखें, उनसे आग्रह करें कि वो जहां हैं, वहीं रहें। अगले कुछ दिनों में वैक्सीन भी लगेगी और उनका काम भी बंद नहीं होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर तूफान बनकर आ गई है। जो पीड़ा आप सह रहे हैं उसका पूरा एहसास है।

    जैसे ही कोरोना के केस बढ़े, देश के फार्मा सेक्टर ने दवाइयों का उत्पादन बढ़ा दिया है। इसको और अधिक तेज किया जा रहा है।

    ऑक्सीजन, लॉकडाउन और टीकाकरण पर भी बोले मोदी

    ऑक्सीजन प्रॉडक्शन और सप्लाई को बढ़ाने के लिए भी कई स्तरों पर उपाय किए जा रहे हैं। राज्यों में नए ऑक्सीजन प्लांट्स हों, एक लाख नए सिलेंडर पहुंचाने हों, ऑक्सीजन रेल हो, हर प्रयास किया जा रहा है। आज की स्थिति में हमें देश को लॉकडाउन से बचाना है। मैं राज्यों से भी अनुरोध करूंगा कि वो लॉकडाउन को अंतिम विकल्प के रूप में ही इस्तेमाल करें। लॉकडाउन से बचने की भरपूर कोशिश करनी है।

    वैक्सीनेशन को 18 वर्ष की आयु के ऊपर के लोगों के लिए शुरू करने से शहरों में जो हमारी वर्कफोर्स है, उसे तेजी से वैक्सीन उपलब्ध होगी।

    विपक्ष ने उठाये सवाल

    प्रधानमंत्री के इस बयान के बाद विपक्ष ने हल्ला बोला है। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि लॉकडाउन आखिरी विकल्प होना चाहिए, लेकिन राज्य की अदालतें लॉकडाउन को लेकर निर्देश जारी कर रही हैं। लोगों को उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री प्रवासी मजदूरों, गरीबों और छोटे व्यापारियों के लिए राहत पैकेज का ऐलान करेंगे।

    वहीं छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्री टीएस सिंह देव ने कहा, “मुझे उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री अपने संबोधन में हर व्यक्ति के लिए मुफ्त वैक्सीन की घोषणा करेंगे। लेकिन, पीएम मोदी ने अपने संबोधन में यह बताया ही नहीं कि वैक्सीन उत्पादन की क्षमता को कितना बढ़ाया गया है और उसके बाद राज्यों को वैक्सीन की कितनी खुराक दी जाएगी। पीएम मोदी के संबोधन के बाद कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा, “आज रात 8:45 बजे के ज्ञान का सार, मेरे बस का कुछ नहीं, यात्री अपने सामान यानी जान की रक्षा स्वयं करें।”

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में राज्यों से कहा, “आज की स्थिति में हमें देश को लॉकडाउन से बचाना है, मैं राज्यों से कहूंगा कि वो लॉकडाउन से बचें और माइक्रो कंटेनमेंट जोन पर ही ध्यान केंद्रित करें। अर्थव्यवस्था की सेहत सुधारने के साथ लोगों की सेहत का भी ध्यान रखें। कल रामनवमी है और मर्यादा पुरुषोत्तम का संदेश है कि हम मर्यादाओं का पालन करें। कोरोना से बचने के उपायों को शत प्रतिशत पालन करें।”

    By आदित्य सिंह

    दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास का छात्र। खासतौर पर इतिहास, साहित्य और राजनीति में रुचि।

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