बिहार एनडीए में मची रार अब टूट के कगार तक पहुँच चुकी है। रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने 2019 लोकसभा के लिए सीट बंटवारा करने के लिए भाजपा को 30 नवम्बर तक का वक़्त दिया है। कुशवाहा ने कहा कि ‘हमें भाजपा का प्रस्ताब स्वीकार्य नहीं है क्योंकि भाजपा ने अभी तक हमें सम्मानजनक सीटें नहीं दी है। भाजपा को 30 नवम्बर तक सीट बंटवारे पर फैसला करना होगा।’
आज पटना में उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा के बाद ये बातें कही। आज अटकलें लगाई जा रही थी कि शायद कार्यकारिणी की बैठक के बाद रालोसपा एनडीए से अलग हो जाए लेकिन कुशवाहा ने 30 नवम्बर तक का वक़्त देकर इन अटकलों पर कुछ दिनों तक विराम लगा दिया है।
बिहार में भाजपा और जेडीयू ने बराबर बराबर सीटों पर लड़ने का समझौता किया है। फॉर्मूले के अनुसार भाजपा -जेडीयू 17-17 सीटों पर , लोजपा 4 सीट और रालोसपा को 2 सीट देने की तैयारी थी जिसे कुशवाहा ने सिरे से नकार दिया।
जेडीयू के एनडीए में वापस आने के बाद से ही कुशवाहा और नीतीश में लड़ाई चरम पर है। 2013 में नीतीश से अलग होकर अपनी नई पार्टी बनाने वाले कुशवाहा किसी भी कीमत पर नीतीश के लिए अपने सीटों की कुर्बानी देने को तैयार नहीं है।
इधर जेडीयू की तरफ से कहा गया है कि रालोसपा के एनडीए से बाहर जाने से एनडीए की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि रालोसपा का कोई जनाधार नहीं है।
इस पर उपेंद्र कुशवाहा की तरफ से जोरदार जवाब आने की उम्मीद है।