केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाह ने बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ नया हमला किया और आरोप लगाया कि उनकी सरकार में राज्य की क़ानून व्यवस्था का बुरा हाल है और वो चैन की बंसी बजाते हुए सुशासन के दावे कर रहे हैं।
कुशवाहा शहर के बाहरी इलाके पलिगंज में अपने पार्टी के ब्लॉक अध्यक्ष अमित भूषण उर्फ कुट्टू के शोकग्रस्त परिवार के सदस्यों से मिलने गए थे, जिन्हें मंगलवार की रात एक सार्वजनिक समारोह के दौरान गोली मार दी गई थी। उस कार्यक्रम में कई पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे।
शोकग्रस्त परिवार के सदस्यों को सांत्वना देने के बाद, कुशवाह ने संवाददाताओं से कहा, ‘ऐसी घटनाएं एक दैनिक घटना बन गई हैं और अगर इस तरह के कानूनहीनता के बीच सुशासन का दावा किया जा रहा है, तो इसका मतलब है कि सत्ता में रहने वालों के पास इस शब्द की कुछ अनोखी परिभाषा है।’
पालीगंज के उप मंडल पुलिस अधिकारी, मनोज कुमार पांडे ने फोन पर पीटीआई को बताया, “भूषण को मेरा गाँव में 100 मीटर की दूरी से गोली मारी गई थी जहाँ पुलिस स्टेशन के एसएचओ अन्य पुलिस कर्मियों के साथ मौजूद थे।’ उन्होंने कहा कि ये एक नक्सल प्रभावित गाँव है।
उन्होंने कहा कि’ हमला करने वाले हमलावर ने अंधेरे का लाभ उठाकर भाग गए। उनकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी और मामले की जांच की जा रही है।’
इस बीच, विद्रोही आरएलएसपी सांसद अरुण कुमार, जिन्हें दो साल पहले पार्टी से निलंबित कर दिया गया था, कुशवाह के समर्थन में आए और कथित तौर पर मुख्यमंत्री द्वारा केंद्रीय मंत्री ‘नीच’ कहने की आलोचना की।
बिहार में एनडीए के दो सहयगियों उपेंद्र कुशवाहा और नीतीश कुमार में तल्खियां काफी बढ़ गई है। हालांकि भाजपा और लोजपा ने इस पुरे मुद्दे पर नीतीश का बचाव किया है।