राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव में इन अफवाहों का खंडन किया कि वो 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। पारिवारिक तनाव के बाद लम्बे समय बाद सक्रीय राजनीति में लौटे तेज प्रताप ने कहा कि उनके पिता उन्हें पार्टी की जो भी जिम्मेदारी सौंपेंगे वो उसे निभाएंगे। इस वक़्त तेज प्रताप पार्टी में किसी पद पर नहीं है और पार्टी के अधिकतर फैसले छोटे भाई तेजस्वी ही लेते हैं।
अपने पिता से मिलने के लिए रांची जाने से पूर्व तेज प्रताप ने पत्रकारों से कहा कि वो कृष्णा की भूमिका निभा सकते हैं जो अर्जुन को राह दिखाए। यहाँ अर्जुन से उनका तात्पर्य तेजस्वी यादव की ओर था जो संभवतः 2020 में पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री के उम्मीदवार होंगे।
तेज प्रताप ने कहा “मैं जल्द ही धर्मनिरपेक्ष सेवक संघ की एक रैली करूँगा जिसमे सभी युवा और राजद के युवा इकाई के कार्यकर्ता शामिल होंगे। धर्मनिरपेक्ष सेवक संघ आरएसएस की तरह राजद का एक गैर राजनितिक संगठन है।
महागठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजद महागठबंधन में उपेन्द्र कुशवाहा का स्वागत करता है। गौरतलब है कि उपेन्द्र कुशवाहा ने हाल ही में केंद्रीयत मंत्रिमंडल से स्तीफा दे दिया था और उनकी पार्टी रालोसपा एनडीए से अलग हो गई थी।
ये पूछे जाने पर कि टिकट बंटवारे को लेकर मांझी भी महागठबंधन से नाराज चल रहे हैं तो तेज प्रताप ने कहा – “मांझी अपने ऊपर बन रहे फिल्म में व्यस्त हैं। मैं उनकी फिल्म देखूंगा फिर अपनी फिल्म शुरू करूँगा।”
जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रधानत किशोर के बारे में उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर की युवाओं में काफी लोकप्रियता है और उनकी रणनीति भी बहुत मारक है।