बिहार में एनडीए के दो सहयोगी दलों राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) और जनता दल (यूनाइटेड) में लड़ाई अपने चरम पर पहुँच गई है। केंद्रीय मंत्री और रालोसपा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अपनी पार्टी को तोड़ने का आरोप लाग दिया।
कुशवाहा ने ये आरोप मिडिया में चल रही उस खबर के बाद लगाया जिसमे कहा जा रहा है कि रालोसपा के दो विधायक सुधांशु शेखर और लल्लन पासवान जल्द ही जेडीयू में शामिल हो सकते हैं।
इस खबर के बाद कुशवाहा ने ट्वीट कर नीतीश पर अपनी पार्टी तोड़ने का आरोप जड़ दिया। कुशवाहा ने कहा कि ‘नीतीश जी, सिर्फ दहेज़ लेना और देना ही अपराध नहीं है बल्कि रिश्वत और प्रलोभन दे कर दूसरों की पार्टी को तोडना भी नैतिक अपराध की श्रेणी में आता है।’
समेटिए @NitishKumar जी अपने लोगों को..!
केवल दहेज़ लेना-देना ही अपराध नहीं है बल्कि किसी पार्टी को डैमेज करने हेतु लोभ व प्रलोभन देना भी अपराध एवं घोर अनैतिक कुकृत्य है…!
ऐसे यह कोई नही मनेगा कि आपकी पार्टी में ऐसा कुकृत्य, आपकी सहमति के बगैर हो रहा होगा….! https://t.co/NAaJA6iBOX
— Upendra Kushwaha (@UpendraKushJDU) November 11, 2018
कुशवाहा ने एक अन्य ट्वीट करते हुए कहा ‘चाहे जितनी कोशिश कर लीजिये देश देख रहा है। रालोसपा गरीबों और शोषितों के अधिकार के लिए लड़ता रहेगा।’
जब से भाजपा और जेडीयू में 2019 लोकसभा चुनाव बराबर बराबर सीटों पर लड़ने का समझौता हुआ है तभी से कुशवाहा और नीतीश के रिश्ते तल्ख़ होते चले गए हैं।
कुछ दिनों पहले कुशवाहा ने ये कह कर सनसनी मच दी थी कि नीतीश 2020 के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नहीं बने रहना चाहते। कुशवाहा के इस बयान पर पलटवार करते हुए जेडीयू ने कहा था कि मुख्यमंत्री पद कोई रसगुल्ला नहीं है कि कोई भी बैठ जाए। खुद नीतीश कुमार ने भी कुशवाहा के इस बयान पर मीडिया के सवालों के जवाब में कहा था ‘बहस को इतने नीच स्तर तक ले जाने की जरूरत नहीं है जिसपर कुशवाहा ने कहा कि ‘नितीश ने उन्हें नीच कहा है।’
नीतीश कुमार के एनडीए में वापस आने के बाद से ही एनडीए की दो अन्य सहयोगियों रालोसपा और लोजपा में 2019 के लोकसभा चुनाव में अपने हिस्से की सीटें घटने का डर सता रहा है। अभी तक एनडीए में सीटों की कोई औपचारिक बंटवारा नहीं हुआ है लेकिन भाजपा और जेडीयू में बराबर बराबर सीटों पर लड़ने का समझौता हो चूका है। जिसके बाद से ही कुशवाहा, नितीश और जेडीयू पर लगातार हमलावर है।
उधर गठबंधन की बड़ी सहयोगी भाजपा ने इन दोनों की लड़ाई पर चुप्पी साध रखी है। भाजपा ने बस इतना कहा है कि दोनी ही पार्टियां एनडीए की महत्वपूर्ण सहयोगी है और वो दोनों का सम्मान करती है।
कल कुशवाहा ने लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान के निवास पर जा कर उनसे मुलाकत की थी। कुशवाहा ने कहा है कि सीट बंटवारे के लिए वो जल्द ही दिल्ली जा कर अमित शाह से मिलेंगे।
दोनों पार्टियों का झगड़ा अब अमित शाह के दरबार में पहुँच चूका है। अब लड़ाई क्या नतीजा लेती है इसका सबको इंतज़ार है।