विलियम हेनरी गेट्स का जन्म 23 अक्टूबर 1955 मे हुआ था। बिल गेट्स का जन्म स्थान सीएटल वाशिंगटन है। बिल गेट्स दुनिया के सबसे अमीर आदमी है साथ ही वे बेहद प्रभावशाली व्यक्ति भी है। बिल गेट्स माइक्रोसॉफट के संस्थापक है। एक अनुमान के मुताबिक उनके पास जनवरी 2018 तक 84.2 बिलियन की संपत्ति थी। बिल की संपत्ति कई अफ्रीकी देशों के संयुक्त जीडीपी के बराबर है।
पिछले कुछ वर्षो से गेट्स ने अपनी कंपनी माइक्रोसॉफट से अवकाश लिया हुआ है। ’दा बिल एण्ड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन’ चैरिटेबल ट्रस्ट मे बिल समाज सेवा के काम मे अपनी रूचि दिखा रहे है।
बिल गेट्स का शुरूआती जीवन
बिल के पिता विलियम गेट्स सीनियर पेशे से वरिष्ठ वकील थे। उनकी माता मैरी, एक बड़े बैंक मे कार्यकारी के तौर पर काम करती थी। गेट्स परिवार पूरी तरह से संपूर्ण था परंतु जीवन के संर्घष बच्चे सीख सके इसलिए विलियम गेट्स सीनियर ने अपने बच्चो को मेहनत और लगल से काम करने की प्ररेणा दी।
तेरह साल की उम्र मे बिल एक प्राइवेट स्कूल ’लेकसाइड स्कूल’ मे पढने के लिए जाने लगे। वहां पर पहली बार बिल ने कंपयूटर को देखा। बिल का रूझान कंपयूटर की ओर बढने लगा। बिल ने अपनी रूचि कंपयूटर मे देखी उन्हे कंपयूटर सीखने मे बेहद रूचि थी। बिल ने अपने आप पर काम किया और प्रोग्रामिंग सीख कर ’टीक-टेक-टो’ नाम का एक खेल बनाया।
गेट्स को यह पूरी प्रकिया बेहद दिलचस्प लगी और उन्होने कंपयूटर पर काम करना शुरू कर दिया। बिल ने कंपयूटर सेंटर कॉरपोरेशन मे समय बिता कर वहा काम करना शुरू किया। वहा पर जाकर बिल ने कुछ सोर्स कोड सीखे जिनमे फोरटन, मशीन कोड और लिस्प शामिल थे।
1973 मे बिल ने हारवर्ड मे दाखिला लिया और वहा पर गणित और कंपयूटर साइंस जैसे विषयो का अध्यन किया। शुरूआत से ही गेट्स का आर्कषण कोडिंग की ओर था। जब बिल गेट्स को अपनी कंपनी खोलने का अवसर मिला तो उन्होने अपनी हारवर्ड की पढाई बीच मे ही छोड दी और कोडिग की दुनिया मे नाम बनाने की ठान ली।
कई वर्षा का कडी मेहनत के बाद आज बिल इस मुकाम पर है। गेट्स ने अपनी रूचि मे उत्तीर्ण होकर उसे अपना पेशा बना लिया।
माइक्रोसॉफट की नीव
बिल गेट्स ने माइक्रोसॉफट की नीव साल 1976 मे रखी। उन्होने ’माइक्रो इंस्ट्रूमेंटेशन एण्ड टेलीमेट्री सिस्टम्स’ के साथ समझौता किया और नए माइक्रो कंप्यूटर के लिए मूल ओपरेटिंग सिस्टम बनाया। शुरूआती दिनो मे बिल हर कोड की लाइन देखते थे और उसे चैक करते थे। बिल कंपनी के कई बडे फैसलो और पहलुओें मे शामिल होते थे जैसे ऑर्डर पैकिंग मे और उन्हे भेजने मे बिल की अहम भूमिका थी।
1980 मे माइक्रोसॉफट को विराम मिला जब आईबीएम कंपनी उनके पास आई थी, नए ओपरेटिंग सिस्टम बनाने के लिए। 80 के दशक मे आईबीएम कंपनी पीसी बनाने के लिए मशहूर थी। बढ़ते कुछ सालो में और कंपनीयो ने भी पीसी बनाना शुरू कर दिया। माइक्रोसॉफट ने बहुत काम किया और बेहद मेहनत करके सभी कंपनीयो को सिस्टम बेचे।
आने वाले कुछ वर्षो मे माइक्रोसॉफट ने अपने आप को पूर्ण रूप से सिद्ध किया। उस समय तक कंम्पयूटर के सॉफटवेयर बनाने वाली दुनिया मे माइक्रोसॉफट ने अपना दबदबा बना लिया था।
विंडोज
1990 मे माइक्रोसॉफट ने अपना पहला वर्जन निकाला और इसे नाम दिया विंडोज। इसके लांच होते ही टेक्स्ट इंटरफेस ग्राफिकल इंटरफेस मे परिवर्तित हो गया। कुछ समय बाद माइक्रोसॉफट का विंडोज सर्वश्रष्ठ विक्रेता बन गया और बाजार मे सबसे ज्यादा स्टाक इसी कंपनी के पास थे।
1995 मे विंडोज 95 आया जिसने कंपयूटर की दुनिया मे आपरेटिंग सिस्टम के नए मानक स्थापित किए। विंडोज 95 सबसे महत्वपूर्ण वर्जन था। विंडोज 2000, एक्सपी और विस्टा कुछ हद तक विंडोज 95 पर आधारित है। विंडोज विस्टा के लांच होने के समय तक बिल अपना कार्य ऑफिस से ही करते थे और अपनी कंपनी का आगे बढाने का प्रयत्न करते रहे।
उदाहरण के तौर पर इंटरनेट एक्सप्लोरर सबसे प्रमुख वेब ब्राउजर था क्योकि कुछ कंम्पयूटर मे यह पहले से ही आता था। परंतु कुछ वर्षो से यह देखा गया है कि इंटरनेट एक्सप्लोरर के शेयर बाजार मे गिर रहे है। आज के समय मे माइक्रोसॉफट जैसी कंपनी धीरे धीरे महत्वता खोती जा रही है। गूगल और एप्पल जैसी गतिशील कंपनीयां तेजी से बदलाव के साथ आगे बढ रही है।
परोपकारी और समाज सेवी गतिविधियां
1992 मे बिल गेट्स की शादी मेलिंडा से हुई। गेट्स और मेलिंडा के तीन बच्चे है। जेनीफर का जन्म 1996 मे हुआ, 1999 मे रोरी का जन्म हुआ और 2002 मे फोएबे का जन्म हुआ। बिल और उनकी पत्नी मेलिंडा के नाम से एक चैरिटेबल ट्रस्ट का निर्माण हुआ जहा पर वो दोनो जा कर समाज के लिए काम करते है। बिल गेट्स का कहना है उन्हे ट्रस्ट बनाने की प्ररेणा डेविड रॉकफेलर से मिली थी।
सन् 2008 से बिल अपना पूरा समय सामाजिक गतिविधयो को दे रहे है। बिल का ट्रस्ट ने अभी तक 28 बिलयन डॉलर दान कर चुका है जिसमे से 8 बिलयल डॉलर की रकम वेश्विक स्वास्थ के लिए दी गई है। बिल ने यह बताया है कि उनके लिए पैसो का कोई मुल्य नही है साथ ही वो अपनी जायदाद का कुछ प्रतिशत हिस्सा ही अपने बच्चो कि लिए छोडेंगे और बाकी रकम दान कर देंगे।
बिल का मुख्य ध्यान स्वास्थ सेवाओ को सही करने, बिमारियो का कम करने की ओर है। गेट्स ने पयार्यवरण के लिए भी जागरूकता कार्य किया है। 2015 मे बिल ने 1 बिलयन डॉलर क्लीप एनर्जी प्रोजेक्ट को दिए थे।
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