पनामा पेपर्स लीक मामले में पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को दोषी करार दिया है। कोर्ट ने शरीफ से तत्काल पद छोड़ने को कहा है। ऐसे में देश के नए प्रधानमंत्री को लेकर पकिस्तान में राजनीतिक गहमागहमी का माहौल है। संभावितों में सबसे ऊपर नवाज शरीफ के छोटे भाई और पंजाब प्रान्त के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ का नाम है। शाहबाज पाकिस्तान के निचले सदन नेशनल असेंबली के सदस्य नहीं है, ऐसे में वह तत्काल पदभार नहीं संभाल सकते। उन्हें पहले चुनाव लड़ना होगा और नेशनल असेंबली की सदस्यता हासिल करनी होगी। तब तक अंतरिम प्रधानमंत्री का कार्यभार वर्तमान रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ संभालेंगे।
शरीफ पर संपत्ति छिपाने का आरोप
अप्रैल, 2016 में लीक हुए दस्तावेजों से पता चला था कि नवाज शरीफ की 3 संतानों के नाम पर विदेश में सम्पत्तियाँ है और उन्होंने इसका ब्यौरा अपने पारिवारिक संपत्ति सूचना में नहीं दिया था। अभी तक के खुलासे में 3 ब्रिटिश कंपनियों के नाम जाहिर हुए हैं जिनमें नेस्कोल लिमिटेड, निएल्सन इंटरप्राइजेज लिमिटेड और हान्गों प्रॉपर्टी होल्डिंग्स लिमिटेड शामिल हैं। इनमें शरीफ की भागीदारी क्रमशः 1993,1994 और 2007 में सामने आयी।
PMLN stands united, more resolute & unfazed. That's also unprecedented. Alhamdolillah! pic.twitter.com/qwagGuDwzJ
— Maryam Nawaz Sharif (@MaryamNSharif) July 28, 2017
कोर्ट के आदेश से पहले ही शाहबाज शरीफ का प्रधानमंत्री बनना तय हो गया था। आज कोर्ट के आदेश के बाद मरियम शरीफ ने बैठक बुलाई और इसमें आगे की रणनीति पर चर्चा हुई। नवाज शरीज की बेटी और उनकी भावी उत्तराधिकारी मरियम शरीफ ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक दिन है। इस फैसले से 2018 में नवाज शरीफ की राह और आसान हो जाएगी। बैठक के बाद पूरा पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) उनके फैसले से सहमत नजर आया।